Deoria News : देवरिया जिले के गौरी बाजार क्षेत्र में स्थित सोहसा गांव में गन्ने की उत्पादकता एवं चीनी परता में वृद्धि करने तथा किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केंद्र पिपराइच, गोरखपुर ने गन्ना गोष्ठी का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता प्रगतिशील किसान उमेश राय ने की।
इस अवसर पर गोष्ठी में उपस्थित किसानों को जानकारी देते हुए गन्ना संस्थान के सहायक निदेशक ओम प्रकाश गुप्ता ने बताया कि गन्ने के साथ प्याज की खेती किसानों के लिए वरदान होगी। गन्ने के साथ प्याज बोने से गन्ने का औसत उपज बढ़ेगा तथा हानिकारक कीटो पर नियंत्रण रहेगा।
देवरिया में प्याज का बीज उसरा बाजार में स्थित राष्ट्रीय बागवानी विकास संस्थान उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने बताया कि गन्ने की अधिक उपज देने वाली प्रमुख प्रजातियों में 0118, 14201, 13235, 13452, 98014 आदि शामिल हैं। किसान इन किस्मों को बोएं। सहायक निदेशक ने गन्ने के साथ आलू, लहसुन, प्याज गोभी और टमाटर की खेती के तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कृषकों को जागरूक करते हुए कहा कि मृदा परीक्षण के आधार पर उर्वरकों का प्रयोग करें।
ढाढ़ा चीनी मिल कुशीनगर के यूनिट हेड करण सिंह ने सहायक निदेशक को बताया कि 12 दिसंबर तक गन्ना मूल्य भुगतान हो गया है। आगे के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। सचिव सहकारी गन्ना विकास समिति मोहम्मद सलीम ने बताया कि नैनो यूरिया समिति में उपलब्ध है। किसान इसे ले जा सकते हैं।
ढाढ़ा चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक रामदेव शर्मा ने कृषकों से कहा कि वह अधिक क्षेत्रफल में गन्ने की खेती करें। मांग के अनुसार बीज उपलब्ध कराया जाएगा। गन्ना गोष्ठी में गांव के किसान पौहरी राय, रामदुलारे सिंह, प्रमोद कुमार, जेपी यादव, हेमंत राय सहित सैकड़ों किसान तथा गन्ना पर्यवेक्षक जेपी यादव, श्रवण कुमार, अनुपम मिश्रा और शमशेर आदि उपस्थित थे।