Deoria News : मिशन शक्ति के अंतर्गत शुक्रवार को “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh IAS) की अध्यक्षता में वन स्टाप सेन्टर, देवरिया में दोपहर 1.00 बजे से आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा तथा दहेज हिंसा आदि से पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाना है।
पीड़िताओं की समस्या को सुनने व उनके निस्तारण के लिए जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, अपर जिलाधिकारी (प्र.) कुंवर पंकज, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राजेन्द्र, जिला परिवीक्षा अधिकारी अनिल कुमार सोनकर, थानाध्यक्ष महिला थाना अर्चना सिंह, केन्द्र प्रबंधक वन स्टाप सेन्टर नीतू भारती, महिला कल्याण अधिकारी साधना चतुर्वेदी, संरक्षण अधिकारी जयप्रकाश तिवारी, मनोवैज्ञानिक मीनू जायसवाल का पैनल दोपहर 1.00 बजे से उपस्थित रहा। पीड़िताओं की समस्या को सुनने के साथ-साथ डेडिकेटेड फोन लाइन का प्रयोग किया गया।
प्राथमिकता होना चाहिए
हक की बात जिलाधिकारी के साथ के दौरान महिलाओं की समस्याओं को सुनते हुए डीएम ने कहा कि नारी शक्ति की समस्याओं का त्वरित निस्तारण सभी विभागों के अधिकारियों की प्राथमिकता होनी चाहिए। महिला सशक्तिकरण मिशन शक्ति कार्यक्रम का औचित्य सिद्ध हो, इसके लिए सभी अधिकारी अपनी कार्य योजना अनुसार कार्य करें। महिलाओं को त्वरित न्याय मिले।
निरीक्षण किया
साथ ही उन्होंने महिलाओं से अपेक्षा करते हुए कहा कि वे अपनी समस्याओं के प्रति सजग रहें। अपनी परेशानी को प्रशासन अथवा सक्षम स्तर पर संज्ञान में लाएं। उसकी सुनवाई करते हुए उन्हें त्वरित न्याय दिलाया जाएगा। किसी भी दशा में किसी भी समस्या को छुपाने की जरूरत नहीं है। इस दौरान उन्होंने वन स्टाप सेंटर का भी निरीक्षण किया।
15 महिलाओं ने दी शिकायत
जनपद की पीड़ित कुल 15 महिलाओं ने वन स्टाप सेन्टर पर उपस्थित होकर अपनी समस्या से अवगत कराया। प्राप्त प्रकरणों में 03 प्रकरण जमीनी विवाद से, 07 प्रकरण घरेलू हिंसा, 02 प्रकरण अपरहण, 02 प्रकरण पेंशन संबंधी तथा 01 प्रकरण मार-पीट से सम्बन्धित था। प्राप्त प्रकरणों को जिलाधिकारी ने गम्भीरता पूर्वक लेते हुये सम्बन्धित अधिकारियों को प्रकरण तत्काल निक्षेपित किये जाने के आदेश दिये।