Deoria News: देवरिया जिले के गौरी बाजार थाना (Gauri Bazar) क्षेत्र के गुड़री गांव में सोमवार, 9 मई को विवाहिता की संदिग्ध मौत के बाद ससुराल पक्ष ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव को जला दिया था। उसके बाद से ही मृतका के परिजन गौरी बाजार पुलिस से दहेज के लिए उसकी हत्या करने का मामला दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं। लेकिन पुलिस मामले को लटका रही है।
एक हफ्ते बीत जाने के बावजूद अब तक मृतका के भाई की शिकायत पर कोई एक्शन नहीं हुआ है। यहां तक कि देवरिया से भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी (MLA Shalabh Mani Tripathi) ने भी गौरी बाजार एसएचओ को मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए कहा था। लेकिन पुलिस इस पर चुप्पी साधे हुई है।
दबाव में है पुलिस
पीड़ित पक्ष का कहना है कि ग्राम प्रधान सत्ता के बल पर पुलिस को मुकदमा दर्ज करने नहीं दे रहा। इसीलिए मामले में कोई एक्शन नहीं हुआ। हत्यारे खुले घूम रहे हैं। लोगों का कहना है कि गौरी बाजार पुलिस रसूखदारों को गिरफ्तार नहीं करती।
भाई ने दी शिकायत
गौरी बाजार के थाना प्रभारी को दी तहरीर में मृतका के भाई आदित्य यादव ने कहा है कि उसकी बहन पूजा यादव की शादी 3 साल पहले सूरज यादव पुत्र अच्छे लाल यादव ग्राम गुड़री बैतालपुर थाना गौरीबाजार, जिला देवरिया के साथ हुई थी।
प्रताड़ित करने लगे
शादी के कुछ दिन बाद से ही ससुराल वाले मृतका पूजा के साथ दहेज लाने को लेकर झगड़ा और मारपीट करने लगे। उसे परेशान किया जाता था। इसमें सूरज यादव, ससुर अच्छे लाल यादव, देवर अमित यादव, तारकेश्वर यादव और सास सुमित्रा देवी शामिल हैं। पति को छोड़ बाकी आरोपी फरार हैं।
साजिश कर हत्या की
मृतका के भाई ने कहा है कि, 8 मई को इन सभी ने मिलकर पूजा के साथ मारपीट की और उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने लाश को आनन-फानन में जला दिया। जब इसकी जानकारी मायके पक्ष को हुई, तो पूरा मामला सामने आया। इस हत्या की साजिश में मृतका के पति सूरज यादव के चाचा रामानंद यादव भी शामिल है। फिलहाल वह ग्राम प्रधान है।
पति गिरफ्तार हुआ था
9 मई को मायके पक्ष पूजा यादव के घर गए थे, तो वहां ताला बंद मिला। पीड़ित पक्ष ने इस पूरे मामले में ससुराल पक्ष के 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। इसमें मृतका के पति, सास-ससुर, देवर और चचेरा देवर शामिल हैं। हालांकि घटना के तुरंत बाद पुलिस ने पति सूरज यादव को गिरफ्तार कर पूछताछ की थी। मगर बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
एसपी, डीआईजी से की शिकायत
पीड़ित पक्ष ने इस मामले की शिकायत देवरिया के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, डीआईजी/एसपी श्रीपति मिश्र, आईजी जोन गोरखपुर, डीआईजी लखनऊ और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली से की है। डीआईजी रेंज गोरखपुर ने मामले की जांच के लिए देवरिया पुलिस को निर्देशित किया है। देखना है, गौरी बाजार पुलिस कब केस पंजीकृत कर आरोपियों के खिलाफ एक्शन लेती है।