Deoria News : देवरिया जिले के गौरी बाजार थाना (Gauri Bazar Thana) क्षेत्र में दुल्हन को मंगलसूत्र नहीं मिला, तो उसने फेरे लेने से इनकार कर दिया। इससे शादी की शहनाई नीरस हो गई। दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद बाराती देर रात को ही लौट गए।
गौरी बाजार के थाना प्रभारी को मामले की जानकारी मिली। वह तत्काल लड़की के घर पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों को समझा-बुझाया, तब कहीं जाकर दुल्हा-दुल्हन शादी के लिए राजी हुए। जो सामान दूल्हे के घर गया था, उसे वापस मंगाया गया। सुबह मंगलसूत्र खरीदवाकर पुलिस ने शादी की रस्म पूरी कराई। प्रभारी निरीक्षक ने खुद दुल्हन को मोबाइल गिफ्ट दिया।
रविवार को आई थी बारात
जानकारी के मुताबिक प्रकरण गौरी बाजार थाना क्षेत्र के बांकी फुलवरिया गांव का है। यहां रहने वाले हरेराम यादव ने अपनी पुत्री अदिति यादव की शादी गोरखपुर जिले के चौरीचौरा थाना क्षेत्र के माईधिया पोखरी लक्ष्मणपुर गांव के श्रीनिवास यादव के पुत्र संजय यादव के साथ तय की थी। 15 मई को विवाह संपन्न होना था। देर शाम को चौरीचौरा से बारात गौरी बाजार के बाकी फुलवरिया गांव पहुंची।
हंगामा शुरू हो गया
रस्म-रिवाज के साथ विवाह का कार्यक्रम चल रहा था। मामला तब बिगड़ गया, जब लड़की को यह पता चला कि लड़के वाले जेवर में मंगलसूत्र नहीं लाए हैं। जब इसकी जानकारी दुल्हन को हुई, तो उसने फेरे लेने से इनकार कर दिया। इसके चलते दोनों पक्षों में हंगामा शुरू हो गया। विवाद बढ़ता देख बाराती वापस चले गए। दुलहन के परिजन और सगे-संबंधी दूल्हे को रोक कर शादी में खर्च हुए पैसे मांगने लगे।
पुलिस को जानकारी मिली
किसी ने इस पूरे मामले की जानकारी गौरी बाजार के थानेदार विपिन मलिक को दी। वह रात के 11 बजे पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे। दोनों पक्षों को बुलाकर पंचायत कराई गई। समझाने में पूरी रात गुजर गई, तब कहीं जाकर दोनों पक्ष शादी के लिए तैयार हुए। थानेदार ने वर पक्ष से मंगलसूत्र लाने के लिए कहा। सोमवार की सुबह लड़के वाले मंगलसूत्र खरीदकर शादी का अन्य सामान वापस लेकर गांव पहुंचे। उसके बाद पुलिस की मौजूदगी में शादी संपन्न हुई।
इलाके में हो रही चर्चा
इलाके में लोग इस शादी की चर्चा कर रहे हैं। साथ ही लोग गौरी बाजार के थानाध्यक्ष की अच्छाई और समझदारी की तारीफ कर रहे हैं। उन्होंने दोनों पक्षों को मनाने में सफलता हासिल की और शादी हो सकी।