-डीएम ने किया कटियारी स्थित पर्यटन विभाग की परियोजना का निरीक्षण
-डीएम ने घटिया निर्माण सामग्री एवं मानक विरुद्ध कार्य पर लगाई फटकार
-मौके पर क्लैप टेस्ट में फेल हुई ईंट, प्लास्टर की मोटाई भी मिली मानक से कम
-अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी को सौंपी जांच, समयबद्धता के साथ रिपोर्ट देने का आदेश
Deoria News : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh IAS) एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा (SP Sankalp Sharma IPS) ने शनिवार को बरहज तहसील के ग्राम कटियारी स्थित प्राचीन शिव व काली मंदिर स्थल के विकास के लिए पर्यटन विभाग से कराये जा रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।
कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा
मौके पर घटिया निर्माण सामग्री एवं मानक विरुद्ध निर्माण मिलने पर डीएम ने कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि शासकीय धन की बन्दरबांट करने वालों पर सख़्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। भ्रष्टाचारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
निर्माण कार्य अधूरे मिले
जिलाधिकारी आज सुबह कटियारी गांव पहुंचे। यहां पर्यटन विभाग की तरफ से एक करोड़ 35 लाख रुपये की लागत से प्राचीन शिव एवं काली मंदिर का विकास कार्य कराया जा रहा है। परियोजना के तहत धर्मशाला, सत्संग भवन, यज्ञशाला, टॉयलेट ब्लॉक, मंदिर परिसर में इंटरलॉकिंग का कार्य, प्रवेश द्वार और बाउंड्री वॉल बनाए जाने की योजना को यूपीपीसीएल क्रियांवित कर रहा है। इनमें से आधे से अधिक निर्माण कार्य अधूरे मिले।
एक चौथाई मोटी परत मिली
जिलाधिकारी ने धर्मशाला निर्माण में प्रयोग किए जा रहे घटिया ईंट पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने मौके पर ही ईंट का क्लैप टेस्ट कराया, जिसमें ईंट तुरन्त टूट गई। इस पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। बाउंडरी वॉल पर किये गए प्लास्टर कार्य भी प्रथम दृष्टया दोयम दर्जे के मिले। दीवार पर निर्धारित प्लास्टर की मानक मोटाई 12 मिमी के सापेक्ष महज एक चौथाई मोटी परत मिली। पिलर की डिजाइन और बीम में कई तकनीकी खामियां दिखी। यूपीपीसीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर जिलाधिकारी के कई सवालों का जवाब नहीं दे पाए।
जांच समिति का गठन किया
डीएम ने अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी कमल किशोर की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है, जो पूरी परियोजना का मेजरमेंट करके अपनी रिपोर्ट समयबद्धता के साथ उन्हें सौंपेगी।