Deoria News : देवरिया के सलेमपुर में स्थित रंजनी हॉस्पिटल (Ranjani Hospital Salempur) की लापरवाही से दो प्रसूताओं की मौत के मामले में अब सरकारी कर्मचारियों पर भी गाज गिरेगी। साथ ही उन आशा की भी पहचान की जाएगी, जो प्रसूताओं को प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल के बजाए निजी अस्पतालों में भेज रही हैं। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh IAS) ने पूरे मामले की छानबीन के लिए एक कमेटी का भी गठन किया है।
समिति के समक्ष उठा मुद्दा
दरअसल जिलाधिकारी सोमवार को धन्वंतरी सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इसी दौरान सलेमपुर के रंजनी हॉस्पिटल की लापरवाही की वजह से दो प्रसूताओं की मृत्यु का मुद्दा भी समिति के समक्ष उठा।
कार्रवाई की संस्तुति करेगी
इस पर एक्शन लेते हुए जिलाधिकारी ने सीडीओ की अध्यक्षता में एक कमेटी का भी गठन किया। यह समिति रंजनी हॉस्पिटल पर एक वर्ष पूर्व लगी रोक को हटाने वाले अधिकारी को चिन्हित कर कार्रवाई की संस्तुति करेगी।
निजी अस्पतालों पर रखें ध्यान
जिलाधिकारी ने पूरे प्रकरण में निजी अस्पताल की एजेंट की तरह कार्य कर रही आशा की संदिग्ध भूमिका की जांच कर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि समस्त एमओआईसी अपने-अपने क्षेत्रों में रंजनी अस्पताल की तरह संचालित निजी अस्पतालों की गतिविधियों पर निगाह बनाये रखे।
ये है पूरा मामला
सलेमपुर स्थित रंजनी हॉस्पिटल की कथित रूप से लापरवाही के चलते 19 सिंतबर को दो गर्भवती महिलाओं की मृत्यु हो गई थी। मईल थाना क्षेत्र की और लार थाना क्षेत्र की दो प्रसूताओं को गांव की आशा प्रसव के लिए सलेमपुर स्थित सीएचसी लेकर आई। मामला जटिल होने पर डॉक्टरों ने रेफर कर दिया। इसके बाद प्रसूताओं को कस्बे के रंजनी हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया।
गोरखपुर भर्ती कराया
ऑपरेशन के बाद दोनों प्रसूताओं में से एक ने बच्चा और दूसरी महिला ने बच्ची को जन्म दिया। लेकिन थोड़ी देर में दोनों प्रसूताओं की हालत गंभीर हो गई। उसके बाद रंजनी हॉस्पिटल की एंबुलेंस से दोनों प्रसूताओं को बारी-बारी से गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां सोमवार को उनकी मौत हो गई।
परिजनों ने किया हंगामा
पिछले सोमवार को दोनों प्रसूताओं का शव लेकर पहुंचे आक्रोशित परिजनों ने एंबुलेंस को कोतवाली के सामने खड़ा कर हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देखकर दोनों मृत महिलाओं के परिजनों से तहरीर लेकर कार्रवाई शुरू हुई। पुलिस ने दोनों महिलाओं के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। घटना के बाद जागे प्रशासन ने जांच-पड़ताल शुरू की।