Deoria News : लंबे समय से प्रतीक्षारत देवरिया जनपद के लाखों लोगों को जल्द देवरिया बाईपास (Deoria Bypass) की सौगात मिलेगी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बाईपास के लिए 2087 करोड रुपए के बजट को वित्तीय स्वीकृति दे दी है। करीब 22 किलोमीटर (22.265 किमी) लंबे देवरिया बाईपास के तैयार होने के बाद शहर को जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
जब भाजपा नेता कलराज मिश्रा देवरिया के सांसद थे, तब उन्होंने बाईपास की पहल की थी। उनके बाद सांसद चुने गए डॉक्टर रमापति राम त्रिपाठी ने भी बाईपास के लिए प्रयास जारी रखा। साथ ही देवरिया सदर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी भी बाईपास निर्माण के लिए लगातार प्रयासरत रहे। दोनों प्रतिनिधियों की मेहनत रंग लाई और 2200 करोड़ की लागत से बाईपास बन कर तैयार होगा।
प्रस्तावित रूट के मुताबिक देवरिया बाईपास गोरखपुर रोड पर सिरजम के पास से शुरू होगा और सलेमपुर रोड पर मुंडेरा गांव के पास जुड़ेगा। इस बाईपास (Gorakhpur-Deoria-Salempur Bypass) के बनने से देवरिया शहर में लगने वाले भारी ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। इस बाईपास के निर्माण के लिए देवरिया के 37 गांव के किसानों से भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। संबंधित प्राधिकारी गांव की अधिसूचना तैयार कर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को भेजेंगे।
इन गांवों से गुजरेगा
प्रस्तावित बाईपास मार्ग पकड़ी बुजुर्ग, पगरा परसिया, रामपुर खुर्द, कुसम्हा वेलवा, गोबराई, मुंडेरा, सुकरौली, अहिलवार बुर्जुग और खुर्द, धनौती, कचुआर, देवरिया मीर, चकरवा धूस, घटैलागाजी और चेती, धनौती खास, पोखरभिंडा, भगौतीपुर, गौरा, धतुरा, बरारी, सझवा, बलुआ, बैतालपुर, गुड़री, इटवा, सिरजम खास, भीमपुर, परसा बरवां, जैतपुरा, मुंडेरा, बांसगांव बुजुर्ग सहित अन्य तप्पा की भूमि से होकर गुजरेगा।
शहर की सड़कों पर दबाव कम होगा
फिलहाल गोरखपुर से बिहार, आजमगढ़, मऊ, वाराणसी, बलिया और कुशीनगर सहित अन्य सीमावर्ती जनपदों को जाने वाले करीब 50 हजार वाहन रोजाना सिविल लाइन मार्ग से आवागमन करते हैं। दिनों दिन इनकी संख्या बढ़ रही है। इस वजह से सिविल लाइन मार्ग पर दबाव भी बढ़ता जा रहा है। इसके चलते जाम की समस्या से जनपद के लोगों को रोजाना दो-चार होना पड़ता है। लेकिन नए बाईपास से जाम के झाम से मुक्ति मिलेगी। इससे कारोबारी लिहाज से भी बड़ी राहत मिलेगी। फिलहाल सुबह 8:00 बजे से रात 8:00 बजे तक बड़े वाहनों के लिए शहर में नो एंट्री है। उन्हें गोरखपुर रोड पर ओवर ब्रिज और रुद्रपुर मोड़ पर रोका जाता है। लेकिन बाईपास मार्ग बनने से नो एंट्री की समस्या समाप्त हो जाएगी और वाहन हर समय फर्राटा भर सकेंगे।
पीएम के करिश्माई नेतृत्व को धन्यवाद : सांसद रमापति राम त्रिपाठी
केंद्र सरकार से स्वीकृति मिलने पर सांसद डॉ रमापति राम त्रिपाठी और देवरिया सदर के विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी ने जनता को बधाई दी। सांसद डॉ रमापति राम त्रिपाठी ने कहा, जनपदवासियों और क्षेत्रवासियों के लिए ख़ुशख़बरी। अथक प्रयासों के बदौलत जनपद के बाईपास को स्वीकृति मिल गई। देवरिया बाईपास लगभग 2087 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। इस अवसर पर मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के करिश्माई नेतृत्व को धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने अंतोदय के सपने को चरितार्थ किया है। इस अवसर पर मैं माननीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी को विशेष धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने लोगों के सफ़र को आसान बनाने के लिए विश्वस्तरीय सड़कों का अभूतपूर्व निर्माण किया है और मेरी इस योजना को स्वीकृति प्रदान की है।
आगे बढ़ रहा प्रदेश
उन्होंने आगे कहा कि, अंततः मैं सूबे के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को धन्यवाद देता हूं जिनके नेतृत्व में प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है। एक जनप्रतिनिधि के लिए जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना सबसे बड़ी चुनौती होती है। जनता के सुख-दुःख में खड़ा होना, जनहित के कार्यों को प्राथमिकता देना, क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर प्रयास करना और कार्यकर्ताओं के साथ कदम से कदम मिलाकर सतत् चलते रहना ही समय की मांग है। दो दिन पहले सांसद ने केन्द्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी से मिल कर पिछले दिनों देवरिया बाईपास के लिए 2087 करोड़ की राशि स्वीकृत करने के लिए जनपद्वासियों के तरफ़ से धन्यवाद ज्ञापित किया और अन्य परियोजनाओं के बाबत विस्तृत चर्चा की।
विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने जताई खुशी
विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने वित्तिय स्वीकृति मिलने पर कहा कि प्रधानमंत्री जी एवं भारत सरकार के सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को कोटि-कोटि आभार। बड़ी खुशखबरी यह है कि यशस्वी सांसद डॉ रमापति राम त्रिपाठी के साथ किए गए मेरे निवेदन और प्रयासों को स्वीकारते हुए भारत सरकार ने देवरिया बाईपास के लिए 2087 करोड़ की बड़ी धनराशि की मंज़ूरी दे दी है, भूमि अधिग्रहण का कार्य अब जल्द शुरू होगा। ऐसे में देवरिया बाइपास का सपना अब जल्द पूरा होने की उम्मीद है। इस कार्य में विशेष योगदान देने वाले देवरिया के बेटे व नितिन गडकरी के निजी सहायक रामेश्वर दीक्षित का भी विशेष आभार, देवभूमि के देवतुल्य लोगों को भी बारंबार प्रणाम ।