Uttar Pradesh : कासगंज के सदर कोतवाली में पुलिस हिरासत में एक निवासी की मौत के बाद विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) पर हमलावर हैं। कांग्रेस की यूपी प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को पीड़ित परिवार से मिलने कासगंज (Kasganj) भेजा है। पार्टी के यूपी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu) ने प्रतिनिधिमंडल भेजने का आग्रह किया था।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (UP Congress Committee) के प्रभारी-प्रशासन उपाध्यक्ष योगेश दीक्षित ने इस संबंध में सभी सदस्यों को जानकारी दे दी है। यह प्रतिनिधिमंडल आज 11 नवंबर को घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार, स्थानीय प्रशासन और अन्य पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा तथा घटना की वास्तविक जानकारी हासिल करने के बाद अपनी तथ्यात्मक रिपोर्ट उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजेगा।
इन्हें मिली जिम्मेदारी
पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, पूर्व विधायक और हरियाणा प्रदेश के प्रभारी विवेक बंसल, पार्टी के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के यूपी प्रभारी तौकीर आलम, पूर्व सांसद राशिद अल्वी, गाजियाबाद की पूर्व मेयर प्रत्याशी डॉली शर्मा, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक, कांग्रेस कमेटी के महासचिव मुनेंद्र सूद बाल्मीकि, यूपी महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ममता राजपूत, यूपी कांग्रेस कमेटी के सचिव अखिलेश शर्मा और कासगंज जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अदनान मियां को यह जिम्मेदारी सौंपी है।
भक्षक बन गए हैं
दरअसल बीते दिनों कासगंज के थाना सदर कोतवाली में पुलिस अभिरक्षा के दौरान अल्ताफ पुत्र चांद मियां, निवासी अहरौली की मौत हो गई थी। पुलिस ने इसे आत्महत्या करार दिया था। लेकिन विपक्षी दल इस मामले को लेकर योगी सरकार पर हमलावर हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि भाजपा राज में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। यहां कोई सुरक्षित नहीं है। रक्षक भक्षक बन चुके हैं। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने योगी सरकार से सवाल पूछा, क्या उत्तर प्रदेश में मानवाधिकार नाम की कोई चीज़ बची है?