Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की अगुवाई वाली राज्य सरकार किसानों के हितों को लेकर प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार बाढ़, अतिवृष्टि से प्रभावित सभी किसानों को पूरी मदद देने लिए हर संभव कदम उठा रही है। बाढ़, अतिवृष्टि से जिन किसानों की फसल को नुकसान हुआ है, उन्हें राहत प्रदान करने के लिए कृषि निवेश अनुदान वितरित किया जा रहा है। सीएम ने सम्बन्धित लाभार्थी कृषकों के बैंक खातों में राहत राशि पूरी पारदर्शिता के साथ अविलम्ब प्रेषित करने के निर्देश दिये हैं।
159 करोड़ को मिली मंजूरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में कृषि निवेश अनुदान के अन्तर्गत राहत सहायता प्रदान किए जाने की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि बाढ़, अतिवृष्टि से जनपद आगरा, अलीगढ़, आजमगढ़, फर्रुखाबाद, प्रतापगढ़, औरैया, अम्बेडकरनगर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, गाजीपुर, गोण्डा, गोरखपुर, चन्दौली, चित्रकूट, जालौन, झांसी, देवरिया, पीलीभीत, बलरामपुर, बलिया, बस्ती, बांदा, बहराइच, बाराबंकी, बिजनौर, मऊ, महराजगंज, महोबा, मिर्जापुर, मुरादाबाद, ललितपुर, वाराणसी, श्रावस्ती, सन्तकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सुल्तानपुर, हमीरपुर, भदोही तथा कौशाम्बी के प्रभावित किसानों का रिकॉर्ड मिला है। इन जिलों के 4,77,581 प्रभावित किसानों के लिए 159 करोड़ 29 लाख 6 हजार रुपये की धनराशि को शासन ने स्वीकृत दी है।
इन जिलों के लिए पहले भी जारी हुआ
बीते दिनों राज्य सरकार ने 35 जनपदों-अम्बेडकरनगर, अलीगढ़, आजमगढ़, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, गाजीपुर, गोण्डा, गोरखपुर, चन्दौली, चित्रकूट, जालौन, झांसी, देवरिया, पीलीभीत, बलरामपुर, बलिया, बस्ती, बहराइच, बाराबंकी, बिजनौर, मऊ, महराजगंज, महोबा, मिर्जापुर, मुरादाबाद, ललितपुर, वाराणसी, श्रावस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सुल्तानपुर तथा हमीरपुर के 90,950 प्रभावित किसानों के लिए धनराशि जारी की थी।
30 करोड़ की राशि को मंजूरी
इन प्रभावित किसानों के लिए 30 करोड़ 54 लाख 16 हजार 203 रुपए की धनराशि राज्य आपदा मोचक निधि से जारी की गई है। मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित लाभार्थी कृषकों के बैंक खातों में राहत राशि पूरी पारदर्शिता के साथ अविलम्ब प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को डीएपी खाद सुचारु रूप से मिले।