कांग्रेस के नए खेवनहार बने मल्लिकार्जुन खड़गे : अध्यक्ष पद के चुनाव में शशि थरूर को 8 गुना वोटों से हराया, पराजित पक्ष ने जताई आपत्ति

New Delhi : वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। इस जीत के साथ ही वह ऐसे नेता बन गए हैं, जो गांधी परिवार के नहीं होने के बावजूद पार्टी के प्रेसीडेंट बने हैं। दो दशक बाद कांग्रेस को गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिला है। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (CIC) के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने आज मल्लिकार्जुन खड़गे को पार्टी का निर्वाचित अध्यक्ष घोषित किया।

अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए कुल 9,385 वोटों की गिनती हुई थी, जिनमें से मल्लिकार्जुन खड़गे को 7,897 वोट मिले। उनके प्रतिद्वंदी शशि थरूर को 1,072 वोट मिले। 416 अमान्य वोट थे। मिस्त्री ने कहा कि पार्टी के संविधान के अनुच्छेद 18 (डी) के अनुसार मैं मल्लिकार्जुन खड़गे को निर्वाचित अध्यक्ष घोषित करता हूं।

खड़गे के प्रतिद्वंदी शशि थरूर ने हार स्वीकार की और जीत की बधाई देने के लिए नवनिर्वाचित अध्यक्ष के नई दिल्ली स्थित आवास पर गए। थरूर ने कहा, उनका मानना ​​है कि पार्टी का पुनरुद्धार आज से शुरू हो रहा है। तिरुवनंतपुरम के सांसद ने ट्वीट किया, “कांग्रेस का अध्यक्ष बनना एक बड़ा सम्मान और बड़ी जिम्मेदारी है। मैं खड़गे जी को इस कार्य में पूरी सफलता की कामना करता हूं।”

वरिष्ठ कांग्रेसी दिग्गज जयराम रमेश ने बधाई देते हुए कहा कि, “मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनावी राजनीति में 50 साल पूरे कर लिए हैं। उन्होंने राज्य और केंद्र में एक विधायक और मंत्री के रूप में खुद को प्रतिष्ठित किया है। वह नेहरू, अंबेडकर, इंदिरा गांधी और देवराज उर्स से प्रेरित सामाजिक सशक्तिकरण के एक चमकते प्रतीक हैं।” उन्होंने आगे कहा कि खड़गे ने हमेशा तड़क-भड़क से परहेज किया है और कांग्रेस पार्टी के सामूहिक हितों को आगे बढ़ाने के लिए सधे तरीके से काम करने वाले सर्वोत्कृष्ट संगठन व्यक्ति रहे हैं।

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने खड़गे को बधाई दी। उन्होंने कहा, उन्हें विश्वास है कि नए अध्यक्ष के अनुभव से पार्टी को फायदा होगा। मल्लिकार्जुन खड़गे भारी बहुमत से जीते, लोकतंत्र की जीत। मैंने उन्हें बधाई दी। मुझे विश्वास है कि उनके अनुभव से पार्टी को फायदा होगा … 9000 निर्वाचित लोगों ने अध्यक्ष चुना। ऐसा पहले कभी किसी पार्टी ने नहीं किया।

24 साल में पहली बार पार्टी को ऐसा मुखिया मिला है जो नेहरू-गांधी परिवार से नहीं है। नए अध्यक्ष सोनिया गांधी की जगह लेंगे, जो 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी के पद से हटने के बाद अंतरिम अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। कांग्रेस सूत्रों ने यह भी कहा कि निर्वाचित अध्यक्ष दीवाली के बाद कांग्रेस मुख्यालय में एक कार्यक्रम में वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कार्यभार संभालेंगे।

इस बीच, पार्टी के शीर्ष पद के लिए परिणामों की घोषणा से पहले, शशि थरूर खेमे ने पार्टी के चुनाव प्राधिकरण से संपर्क किया और आरोप लगाया कि उसे मतदान के दिन उत्तर प्रदेश में “बेहद गंभीर अनियमितताओं” का संदेह है और राज्य से सभी अमान्य घोषित वोटों के जानकारी क मांग की।

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