सीएम ने डेढ़ महीने में दिए 10 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र : चयनित बोले- सपने हमारे, योगी सरकार की निष्पक्षता से हुए पूरे

Uttar Pradesh News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 1573 एएनएम स्वास्थ्य कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। यानी डेढ़ महीने में सीएम योगी ने सिर्फ स्वास्थ्य विभाग से जुड़े 10 हजार नियुक्ति पत्र वितरित किए।

वहीं मंगलवार को नियुक्ति पत्र पाकर नवचयनितों के चेहरे पर सपने पूरे होने की खुशी दिखी। इन लोगों ने साफ तौर पर कहा कि सपने हमारे थे, लेकिन पूरे हुए योगी सरकार की निष्पक्षता के कारण। मध्यम वर्गीय परिवारों की उम्मीदों को योगी सरकार ने पूरा किया। बिना पैसा दिए अब सिर्फ योग्यता के आधार पर ही सरकारी नौकरी मिल रही है।

10 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र दिए
सीएम योगी ने डेढ़ महीने के भीतर स्वास्थ्य विभाग के 10 हजार से अधिक नवचयनितों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 9 जून को 7182 एएनएम स्वास्थ्य कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया और 10 जून को एसजीपीजीआई में 1442 स्टॉफ नर्सों को नियुक्ति पत्र दिया।

इसके बाद 18 जुलाई को फिर से 1573 एएनएम स्वास्थ्य कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र देकर इनके सपनों को आकाश दिया गया यानी पारदर्शी व निष्पक्ष प्रक्रिया के तहत सिर्फ स्वास्थ्य विभाग में कुल 10197 युवाओं के सपने पूरे हुए।

नवचयनितों ने कहा-सपने पूरे, अब निष्ठा से कार्य हमारी बारी
नवचयनित एकता पटेल ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ की वजह से हमारा और माता-पिता का सपना पूरा हो गया है। हम सभी खुश हैं कि सीएम की वजह से बिना पैसे दिए पारदर्शी तरीके से हमारा चयन हो गया।

रायबरेली की रहने वालीं मध्यम वर्गीय परिवार की ममता यादव ने कहा कि हमें आदरणीय मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र मिला, यह मेरे लिए गौरव की बात है।

हरदोई की अपर्णा शुक्ला ने बहुत जल्द निष्पक्ष भर्ती पूरा कराने के लिए सीएम का आभार जताया। उन्होंने कहा कि सीएम ने हमारे सपने पूरे किए, अब निष्ठा से कार्य करने की हमारी बारी है।

अमेठी की अनुपम सिंह ने कहा कि हमारा चयन पिछली बार कुछ कारणों से रुक गया था पर पारदर्शी तरीके से सारी जांच के उपरांत हमारा काम संपूर्ण हुआ। इसके लिए सीएम योगी के सदा आभारी रहेंगे।

प्रतापगढ़ की रागिनी श्रीवास्तव ने दिल से सीएम का धन्यवाद जताया, बोलीं कि चयन का आधार सिर्फ योग्यता ही बनी।

लखनऊ की प्रतिभा त्रिपाठी ने कहा कि हमारी ज्वाइनिंग हुई। नियुक्ति प्रक्रिया बिना भेदभाव हुई है। इससे पहले पेपर दिया पर भेदभाव के कारण नहीं हो पाया। इस बार पारदर्शिता हुई तो हमारा चयन भी हो गया।

सुल्तानपुर की स्वाति सिंह ने कहा कि बिना पैसे दिए ही नियुक्ति मिली है। यह योगी सरकार की वजह से हो सका।

Related posts

देवरिया में आदर्श आचार संहिता प्रभावी : 1 जून को होगा मतदान, डीएम एपी सिंह ने दिए सख्ती के आदेश

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सलेमपुर में बस स्टेशन का किया भूमिपूजन : कही ये बड़ी बात, सांसद-विधायक ने दी लोगों को ये सौगात

गड़ेर में हुई मखाना की रोपाई : मखाना उत्पादक क्षेत्र बना देवरिया, जिलाधिकारी की पहल पर शुरू हुआ अभियान