Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ कैबिनेट (Yogi Adityanath Cabinet) ने प्रदेश में अवर्षण, कमजोर मानसून के दृष्टिगत राज्य सेक्टर की प्रमाणित बीजों के वितरण पर अनुदान की योजना के अन्तर्गत चना तथा मसूर के निःशुल्क बीज मिनीकिट वितरण की कार्ययोजना तथा इस के लिए 3,264 लाख रुपये की धनराशि की व्यवस्था प्रमाणित बीजों पर अनुदान के मद से किए जाने के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रदेश में औसत से कम वर्षा के दृष्टिगत प्रदेश के कृषकों को चना के 01 लाख बीज मिनीकिट (16 किलोग्राम प्रति बीज मिनीकिट की दर से कुल 16 हजार कुन्तल बीज) तथा मसूर के डेढ़ लाख बीज मिनीकिट (8 किलोग्राम प्रति बीज मिनीकिट की दर से कुल 12 हजार कुन्तल बीज) वितरण की स्वीकृति प्रदान की गयी है।
योजना में किसी प्रकार के संशोधन तथा कमजोर मानसून के दृष्टिगत कृषकों के हित में बीज प्रमाणीकरण योजना के अन्तर्गत यथावश्यक अन्य किस्मों के बीज आदि के वितरण, निःशुल्क वितरण के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है।
चना तथा मसूर के निःशुल्क बीज मिनीकिट वितरण की योजना के अन्तर्गत प्रदेश में चयनित जनपदों में 25 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति तथा 75 प्रतिशत अन्य जाति के पंजीकृत कृषकों को ही दिया जायेगा। लेकिन यह प्रतिबन्ध रहेगा कि चयनित कृषकों को अधिकतम एक बीज मिनीकिट वितरित किया जायेगा। यह प्रयास किया जायेगा कि चयनित कृषकों में महिला कृषकों की 30 प्रतिशत भागीदारी रहे।
खरीफ 2022 की बुवाई से वंचित कृषकों को प्राथमिकता के आधार पर बीज मिनीकिट वितरण किया जायेगा। इस सुविधा का लाभ कृषकों को ‘प्रथम आवक प्रथम पावक’ के आधार पर उपलब्ध कराया जायेगा। प्रतिबन्ध यह रहेगा कि प्रत्येक कृषक को चना अथवा मसूर के एक बीज मिनीकिट का निःशुल्क वितरण किया जायेगा।
योजना के क्रियान्वयन से 2.5 लाख कृषक लाभान्वित होंगे। योजना के क्रियान्वयन से चना का 20,000 हेक्टेयर एवं मसूर का 30,000 हेक्टेयर अतिरिक्त आच्छादन होगा। जिससे 44,000 मीट्रिक टन अतिरिक्त चना तथा 60,000 मीट्रिक टन अतिरिक्त मसूर का उत्पादन प्राप्त होगा। साथ ही, लाभार्थी कृषकों को औसतन 20,000 से 25,000 प्रति हेक्टेयर का लाभ प्राप्त होगा।