योगी सरकार में बढ़े 15 लाख गन्ना किसान : पैदावार और पेमेंट का बना रिकॉर्ड, जानें कैसे शुगर इंडस्ट्री के बदले हालात

Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश में खेती-किसानी में बड़े बदलाव हुए हैं। प्रदेश में गन्ना किसानों की संख्या और गन्ने की खेती-उत्पादन में बड़ी वृद्धि हुई है। स्वयं सीएम योगी ने इसका जिक्र किया।

पिछले महीने 17 फरवरी को प्रदेश के चीनी उद्योग के 120 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम’ को सम्बोधित करते हुए सीएम ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में प्रदेश में गन्ना किसानों की संख्या 45 लाख से बढ़कर 60 लाख हो गई है। गन्ने की खेती का क्षेत्रफल बढ़ा है। गन्ने का उत्पादन बढ़ा है। इस शानदार यात्रा को बेहतरीन तकनीक के माध्यम से आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। एथेनॉल उत्पादन ने इसके लिए एक रास्ता दिया है। चीनी मिलें भविष्य में ग्रीन ईंधन आपूर्ति का महत्वपूर्ण माध्यम बनने जा रही हैं। राज्य सरकार का सकारात्मक सहयोग आपके साथ है।

उन्होंने कहा कि आज से 06 से 10 वर्ष पूर्व चीनी मिलें केवल चीनी उत्पादन तक सीमित थीं। विगत 6 वर्षों के दौरान इस यात्रा में बड़ा परिवर्तन हुआ है। चीनी मिलें भी मजबूती के साथ चल रही हैं। आज चीनी मिलें ‘चीनी कॉम्प्लेक्स’ बन गई हैं। चीनी मिलें कोजेन प्लाण्ट (कोजनरेशन) के रूप में कार्य कर रही हैं। इनमें डिस्टलरी और एथेनॉल का उत्पादन भी हो रहा है। प्रदेश में वर्तमान में 84 डिस्टलरी चल रही हैं। बहुत सी चीनी मिलों ने गन्ना किसानों को अच्छी वैरायटी के गन्ना उत्पादन तथा तकनीक से जोड़ा है। इससे प्रदेश में चीनी की रिकवरी भी बढ़ी है। आज राज्य में 11 प्रतिशत से अधिक की रिकवरी हो रही है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि तकनीक का उपयोग करते हुए किसानों की समस्याओं का समाधान किया गया है। कोरोना कालखण्ड में प्रदेश की सभी चीनी मिलें चलायी गईं। चीनी मिलों में सैनिटाइजर का भी उत्पादन हुआ। कोविड का सामना करने के लिए महामारी की प्रथम लहर के दौरान उत्तर प्रदेश से 27 राज्यों को तथा प्रदेश के सभी नगर निगमों तथा जिला प्रशासन को सैनिटाइजर की आपूर्ति की गई। चीनी मिलों के पास क्षमता थी।

उन्होंने कहा कि शासन के साथ मिलकर चीनी मिलों ने कोरोना महामारी के विरुद्ध अभियान को आगे बढ़ाया। महामारी की द्वितीय लहर के दौरान ऑक्सीजन के नये प्लाण्ट लगाने में भी चीनी मिल मालिकों ने सहयोग प्रदान किया था। भारत सरकार, चीनी मिल मालिकों और अन्य लोगों के सहयोग से प्रदेश में 550 से अधिक ऑक्सीजन प्लाण्ट लगाये गये थे, जो आज भी कार्यरत हैं। संकट के समय जब हम मिलकर कार्य करते हैं, उसके परिणाम भी उसी प्रकार आते हैं।

सीएम ने कहा कि अन्नदाता किसान के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए सभी को अपने स्तर पर प्रयास करना होगा। किसानों को नये बीज तथा तकनीक देनी होगी। सरकार किसानों के खेतों तक पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। विगत 06 वर्षों में डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश की 23 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई है। वर्षों से लम्बित सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना, अर्जुन सहायक परियोजना तथा बाण सागर सिंचाई परियोजनाओं को पूर्ण कराया गया है। वर्तमान में मध्य गंगा नहर सिंचाई परियोजना पर कार्य चल रहा है। यह सभी कार्य किसानों की आमदनी को बढ़ाने में सहायक हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2022 तक अन्नदाता किसानों की आमदनी को दोगुना करने की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश में यह फलीभूत हुआ है। प्रदेश के किसान आज लगभग दोगुनी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। विगत 06 वर्षों में 01 लाख 97 हजार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान डीबीटी के माध्यम से सीधे गन्ना किसानों के खाते में किया गया है। राज्य सरकार किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप कार्य कर रही है।

सीएम योगी ने गन्ना विभाग से अपेक्षा की कि जिस दिन दो लाख करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान हो, उस दिन एक समारोह का आयोजन किया जाए। उन्होंने कार्यक्रम में सम्मानित किये गये लोगों को बधाई देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि उनके कार्यों से प्रेरणा लेकर चीनी उद्योग के साथ ही, अन्य उद्योग से जुड़े लोग भी अपने कार्यों के माध्यम से समाज और सभी स्टेकहोल्डर्स के विश्वास को अर्जित करेंगे तथा अपने क्षेत्रों में प्रगति के नये मार्ग को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के दृढ़ संकल्प से कोरोना महामारी के दौरान भी प्रदेश में चीनी मिलें संचालित की गईं। इसने प्रदेश के किसानों और चीनी मिल मालिकों का सिर ऊंचा किया। प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी की नीतियों से आज प्रदेश की शुगर इण्डस्ट्री मजबूती के साथ उभरी है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में चीनी मिलों ने गन्ना मूल्य भुगतान में सहयोग किया है।

इस अवसर पर चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय आर भूसरेड्डी, इण्डियन शुगर मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष आदित्य झुनझुनवाला, उत्तर प्रदेश शुगर मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष सीबी पटोदिया सहित गन्ना किसान व चीनी उद्योग से जुड़े उद्योगपति उपस्थित थे।

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