Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी के देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद किसान सरकार के एजेण्डे का हिस्सा बनें हैं तथा किसानों को ईमानदारी से शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री जी ने किसानों के कल्याण के लिए स्वॉयल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, कृषि लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य उपलब्ध कराने के साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ सभी किसानों को प्रदान कराने का कार्य किया है। उत्तर प्रदेश के 02 करोड़ 60 लाख अन्नदाता किसानों के खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से पिछले साढ़े तीन वर्षों में 51 हजार करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि उपलब्ध करायी गयी है।
मुख्यमंत्री सोमवार को यहां अपने सरकारी आवास पर प्रदेश की सहकारी गन्ना एवं चीनी मिल समितियों में स्थापित फार्म मशीनरी बैंकों के लिए 77 ट्रैक्टर को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करने के बाद, इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान की कोई जाति, मत अथवा मजहब नहीं होता है। अन्नदाता किसान समय पर बीज, खाद, पानी, तकनीक तथा समय पर अपनी उपज का उचित दाम चाहते हैं। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश के किसानों को पानी तथा बिजली की सुविधा नहीं मिलती थी। सिंचाई बुनियादी सुविधा है, इसके बावजूद अनेक सिंचाई परियोजनाएं दशकों से लम्बित थीं। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के समयबद्ध क्रियान्वयन के परिणामस्वरूप हमारी सरकार ने प्रदेश में लगभग 22 लाख हेक्टेयर भूमि पर अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करायी है।
सीएम ने प्रदेश की गन्ना समितियों को किसानों की सुविधा के लिए 77 ट्रैक्टर उपलब्ध कराने के कार्य के लिए गन्ना विभाग की टीम को बधाई देते हुए कहा कि सरकार के अभी 06 वर्ष पूरे नहीं हुए हैं, आज उत्तर प्रदेश में एक नया रिकॉर्ड भी बन रहा है। एक नई उपलब्धि गन्ना विभाग के साथ जुड़ रही है। होली के एक दिन पहले, विगत लगभग 06 वर्षां में प्रदेश के गन्ना किसानों को किये गये गन्ना मूल्य की भुगतान राशि आज 02 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी। देश के अनेक राज्यों का वार्षिक बजट भी 02 लाख करोड़ रुपये का नहीं है।
साथ ही उत्तर प्रदेश में सरकार अपने अन्नदाता किसानों की मेहनत और उनके पुरुषार्थ का पैसा डीबीटी के जरिए एस्क्रो एकाउण्ट के माध्यम से उनके खातों में भेजने का काम कर रही है। प्रदेश की लगभग 105 चीनी मिलें 10 दिन में गन्ना मूल्य का भुगतान कर रही हैं। शेष 14-15 चीनी मिलों द्वारा भी समयबद्ध ढंग से भुगतान किये जाने के लिए सरकार बल दे रही है। प्रदेश सरकार का 14 दिन में गन्ना मूल्य भुगतान का लक्ष्य है। शीघ्र ही हम उस दिशा में आगे बढ़ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लागू होने के बाद अन्नदाता किसान प्रति हेक्टेयर 10 टन अतिरिक्त गन्ना उत्पादन करने में सफल हुआ है। प्रदेश में 08 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि पर गन्ने की खेती का दायरा बढ़ा है। प्रदेश में बन्द पड़ी चीनी मिलों को चलाया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी की कर्मभूमि रमाला की चीनी मिल आज मजबूती से चल रही है। डबल इंजन की सरकार ने जनपद बस्ती के मुण्डेरवा तथा जनपद गोरखपुर के पिपराइच में नई चीनी मिलें स्थापित की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना कालखण्ड में जब देश व दुनिया की चीनी मिलें बन्द थी, तब प्रदेश में 119 चीनी मिलें चलायी जा रही थी। किसानों तथा इण्डस्ट्री के मध्य बेहतर संवाद द्वारा संकट के समय एक दूसरे के सहयोग से चीनी मिलों में गन्ने की पेराई हुई तथा गन्ना मूल्य का भुगतान भी हुआ। सरकार ने यह कहा कि जब तक किसान के खेत में गन्ना होगा, तब तक चीनी मिलें चलेंगी। चीनी मिल मालिकों ने इस कार्य में अपना सहयोग प्रदान किया। कोरोना काल में सप्लाई चेन बाधित होने का खतरा था। गन्ना विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी ने सप्लाई चेन बन्द नहीं होने दी, जहां जो भी आवश्यकता पड़ी वह उपलब्ध कराई।
सीएम ने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश के सभी नगर निगमों को निःशुल्क सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया। 27 राज्यों में सैनिटाइजर की आपूर्ति की गई। हमारी सरकार ने गन्ना किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान किया। समय पर धान तथा गेहूं का क्रय किया गया। इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य भी बढ़ा दिया गया है। सरकार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम पर उनकी उपज बाजार में बेचने के लिए मजबूर नहीं होने देगी। आलू के लिए भी सरकार व्यवस्था बनाने जा रही है। खाण्डसारी उद्योग के लिए अब तक 284 से अधिक लाइसेंस जारी किये जा चुके हैं। यह खाण्डसारी उद्योग रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। इनके माध्यम से किसानों को अपना गन्ना बेचने की अतिरिक्त सुविधा मिली है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी अन्नदाता किसानों तथा प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय आर भूसरेड्डी, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, निदेशक सूचना शिशिर सहित वरिष्ठ अधिकारीगण एवं किसान उपस्थित थे।