Uttar Pradesh News : योगी सरकार जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना से उत्तर प्रदेश के 9 करोड़ ग्रामीणों को नल से जल का तोहफा देकर 77वें स्वतंत्रता दिवस को यादगार बनाएगी। इस दिन यूपी के डेढ़ करोड़ से अधिक घरों तक नल से जल की सप्लाई शुरू हो जाएगी।
यह पहला मौका होगा, जब राज्य के आधे से ज्यादा ग्रामीण परिवारों को स्वतंत्रता दिवस पर इतनी बड़ी सौगात मिलेगी। हर घर को नल से जल मिलने से जहां गांव-गांव में रहने वाले ग्रामीणों के चेहरों पर खुशियां आएंगी, वहीं पानी के लिए मीलों का सफर तय करने वाली महिलाओं को भी राहत मिलेगी। राज्य सरकार की पहल पर स्वच्छ पेयजल मिलने से न केवल ग्रामीणों के स्वास्थ्य में सुधार आएगा, बल्कि उनका जीवन स्तर भी काफी बेहतर होगा।
नल कनेक्शन मिलने वाले परिवारों के साथ मनाएंगे स्वतंत्रता दिवस
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने 15 अगस्त को यूपी के डेढ़ करोड़ ग्रामीण परिवारों तक नल कनेक्शन पहुंचाने की तैयारियों की समीक्षा कर अधिकारियों से कहा कि प्रतिदिन नल कनेक्शन प्रदान करने की गति कम नहीं होनी चाहिये।
उन्होंने कहा कि 77वें स्वतंत्रता दिवस के पर्व को गांव-गांव में काम कर रही संस्थाएं नल कनेक्शन मिलने वाले परिवारों के साथ मिलकर मनाएं। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में 9 करोड़ ग्रामीणों को मिलने जा रही सौगात सरकार की बड़ी उपलब्धि है।
बता दें कि पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन को यूपी की योगी सरकार काफी तेजी से पूरा कर रही है। 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन की शुरुआत के समय यूपी में केवल 1.97 फीसदी ग्रामीण परिवारों तक ही नल से जल की सुविधा थी। योगी सरकार ने मात्र 4 सालों में काफी तेजी से कार्य करते हुए राज्य के 56.83 फीसदी ग्रामीण परिवारों तक जल पहुंचा दिया है।
प्रतिदिन देश में सर्वाधिक नल कनेक्शन दे रहा यूपी
बड़ी आबादी होने के बावजूद उत्तर प्रदेश देश में प्रतिदिन सर्वाधिक नल कनेक्शन देने वाला राज्य है। हर घर जल योजना से यूपी में प्रतिदिन 40,000 से अधिक घरों तक नल सप्लाई पहुंचाई जा रही है।
इतना ही नहीं, जल जीवन मिशन की ‘हर घर जल’ योजना से रविवार तक 1,49,14,331 ग्रामीण परिवारों तक नल से जल की सप्लाई शुरू हो चुकी है। 8,94,85,986 ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल का सीधा लाभ मिलने लगा है। ‘हर घर जल’ योजना का लक्ष्य वर्ष 2024 तक यूपी के 2.62 करोड़ से अधिक परिवारों तक नल से जल पहुंचाना है।