Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में आकाशीय विद्युत, अतिवृष्टि तथा सर्पदंश से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत व्यक्तियों के परिजनों को अनुमन्य राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं में घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिये हैं।
राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के अनुसार प्रदेश में विगत 24 घण्टों में आकाशीय विद्युत से 01, अतिवृष्टि से 01 तथा सर्पदंश से 01 जनहानि हुई हैं। इनमें आकाशीय विद्युत से जनपद मैनपुरी में 01 जनहानि हुई है। अतिवृष्टि से जनपद गौतमबुद्ध नगर में 01 तथा सर्पदंश से जनपद सीतापुर में 01 जनहानि हुई है।
विगत 24 घण्टे में प्रदेश के कई जनपदों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। इन जनपदों में मेरठ, एटा, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत, फिरोजाबाद, बिजनौर, बदायूं, औरेया, इटावा, रामपुर, बरेली, आगरा, बाराबंकी, मुरादाबाद, फर्रुखाबाद, कासगंज, लखनऊ, सम्भल, अलीगढ़ सम्मिलित हैं।
प्रदेश में 01 जून, 2023 से वर्षा का औसत सामान्य के सापेक्ष 111 प्रतिशत है।
-प्रदेश के 16 जनपदों में बहुत अधिक वर्षा (60 प्रतिशत से अधिक)
-16 जनपदों में अधिक वर्षा (20 से 59 प्रतिशत)
-20 जनपदों में सामान्य वर्षा (19 से -19 प्रतिशत)
-21 जनपदों में कम वर्षा (-20 से -59 प्रतिशत) तथा
-2 जनपदों में अत्यधिक कम वर्षा (-60 से -99 प्रतिशत) हुई है।
सिंचाई विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार गंगा नदी कचला ब्रिज (बदायूं) में तथा यमुना नदी मावी में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। गढ़मुक्तेश्वर में गंगा नदी, मुरादाबाद में रामगंगा नदी तथा मावी नामक स्थल पर यमुना नदी में बढ़ने की प्रवृत्ति है। शारदा नदी लखीमपुर खीरी में खतरे के जलस्तर से .50 मीटर के अन्तर्गत बह रही है तथा इसमें बढ़ने की प्रवृत्ति है।
प्रदेश के जनपद सहारनपुर तथा मुजफ्फरनगर को छोड़कर, कहीं भी अतिवृष्टि या जलभराव के कारण लोगों को बाढ़ शरणालय पर ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ी है। जनपद सहारनपुर के 25 गांव तथा नगर के 12 मोहल्ले बाढ़ से प्रभावित हैं। प्रभावित क्षेत्रों के 225 लोग 09 बाढ़ शरणालय में रह रहे हैं। जनपद मुजफ्फरनगर में बाढ़ से प्रभावित 02 गांवों के 200 लोग बाढ़ शरणालय में रह रहे हैं। सभी प्रभावितों के भोजन एवं रहने की उचित व्यवस्थाएं की गई हैं।