Uttar Pradesh : यूपी विधानसभा चुनाव-2022 (UP Vidhansabha Chunav-2022) के छठवें चरण में 57 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 3 मार्च, 2022 को मतदान होगा। वोटिंग सुबह 7.00 बजे से शुरू होकर शाम 6.00 बजे तक चलेगी। छठे चरण के निर्वाचन क्षेत्र 10 जनपदों अम्बेडकरनगर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया तथा बलिया में हैं।
छठे चरण के मतदान में 2.15 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 1.15 करोड़ पुरुष, 1.00 करोड़ महिला तथा 1363 तृतीय लिंग के मतदाता हैं। मतदेय स्थलों पर जो मतदाता शाम 6:00 बजे उपस्थित रहेंगे, उन सभी मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया जा सकेगा। छठे चरण के निर्वाचन में कुल 57 विधानसभा क्षेत्रों में 676 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें से 66 महिला उम्मीदवार हैं।
14 हजार वोटिंग सेंटर बने
चुनाव में कुल 25326 मतदेय स्थल तथा 13936 मतदान केन्द्र हैं। कोविड-19 के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1250 तक रखने के निर्देश दिये गये हैं। सभी मतदेय स्थलों पर रैम्प, शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा सुनिश्चित की गई है। इस चरण में कुल 1113 आदर्श मतदान केन्द्र तथा 76 समस्त महिलाकर्मी मतदेय स्थल बनाये गये हैं।
अधिकारी तैनात किए
मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए आयोग द्वारा 56 सामान्य प्रेक्षक, 10 पुलिस प्रेक्षक तथा 18 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं। उक्त के अतिरिक्त 1680 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 228 जोनल मजिस्ट्रेट, 173 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2137 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये हैं।
10 हजार वाहन तैनात
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, 1 वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा 2 वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं। क्षेत्र में रहकर सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करेंगे। चुनाव प्रक्रिया को सम्पन्न कराने के लिए 6114 भारी वाहन, 4005 हल्के वाहन तथा 110281 मतदान कार्मिक लगाये गये हैं।
तैयारी की गई है
चुनाव में सभी 25326 मतदेय स्थलों पर मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम एवं वीवीपैट तथा अलग-अलग जनपदों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम एवं वीवीपैट की व्यवस्था की गई है। सभी जनपदों में तकनीकी रूप से प्रशिक्षित कर्मियों की व्यवस्था की गई है। जिससे कि ईवीएम अथवा वीवीपैट में किसी समस्या के स्थिति में तत्काल उसका निराकरण कराया जा सके।