Uttar Pradesh : प्रदेश में विधानसभा चुनाव-2022 (UP Election-2022) के पांचवे चरण में 61 विधानसभा क्षेत्रों में कल, 27 फरवरी को मतदान होगा। मतदान सुबह 7.00 बजे से शुरू होकर शाम 6.00 बजे तक चलेगा। चुनाव 12 जनपदों अमेठी, रायबरेली, सुल्तानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती तथा गोण्डा में होंगे।
विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 के लिए होने वाले पांचवे चरण के मतदान में 2.25 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 1.20 करोड़ पुरूष, 1.05 करोड़ महिला तथा 1727 तृतीय लिंग के वोटर हैं। पांचवे चरण के निर्वाचन में कुल 61 विधानसभा क्षेत्रों में 693 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 90 महिला प्रत्याशी हैं।
26 हजार मतदेय स्थल
चुनाव में कुल 25995 मतदेय स्थल तथा 14030 मतदान केन्द्र हैं। कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1250 तक रखने के निर्देश दिये गये हैं। सभी मतदेय स्थलों पर रैम्प, शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा सुनिश्चित की गई है।
अधिकारी लगाए गए
मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए आयोग द्वारा 60 सामान्य प्रेक्षक, 11 पुलिस प्रेक्षक तथा 20 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं। 1941 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 250 जोनल मजिस्ट्रेट, 207 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2627 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये हैं।
तैयारी पूरी है
इनके अतिरिक्त भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, 01 वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा 02 वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं, जो कि क्षेत्र में रहकर सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करेंगे। चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है। प्रत्येक मतदान केन्द्र पर अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई है एवं ईवीएम के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अर्द्ध सैनिक बलों को दी गई है।
6300 भारी वाहन तैनात
चुनाव प्रक्रिया को सम्पन्न कराने के लिए 6348 भारी वाहन, 6630 हल्के वाहन तथा 114089 मतदान कार्मिक लगाये गये हैं। चुनाव में सभी 25995 मतदेय स्थलों पर मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम एवं वीवीपैट तथा अलग-अलग जनपदों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम एवं वीवीपैट की व्यवस्था की गई है। सभी जनपदों में तकनीकी रूप से प्रशिक्षित कर्मियों की व्यवस्था की गई है, जिससे कि ईवीएम अथवा वीवीपैट में किसी समस्या के स्थिति में तत्काल उसका निराकरण कराया जा सके।