-जांच समिति ने सेमरौना के पंचायत भवन, आंगनबाड़ी भवन एवं अंत्येष्टि स्थल निर्माण की जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी
-पंचायत भवन के 8 कमरों को कम कर किया 4, फिर भी लागत बढ़ी
-अंत्येष्टि स्थल पर बिना इंटरलॉकिंग कार्य कराए ही हो गया भुगतान
-आंगनबाड़ी भवन के निर्माण में भी मिली कमियां, बिना कार्य के हुआ भुगतान
Deoria News : रुद्रपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत सेमरौना में पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र व अंत्येष्टि स्थल के निर्माण कार्य की गुणवत्ता जांचने के लिए जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh IAS) की तरफ से गठित जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है।
जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र व अंत्येष्टि स्थल के निर्माण में प्रयुक्त सामग्री को घटिया गुणवत्ता का करार दिया। साथ ही पंचायत भवन का निर्माण कार्य स्वीकृत मानचित्र से इतर करने एवं बिना कार्य कराए ही कुछ कार्यों का भुगतान करने का उल्लेख किया है। समिति ने इन परियोजनाओं के निर्माण एवं पर्यवेक्षण कार्य में जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के विरुद्ध कार्रवाई करने की संस्तुति की है। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जांच रिपोर्ट की आख्या के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
जांच कर रिपोर्ट तलब की थी
उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने 4 जून को इन परियोजनाओं का निरीक्षण किया था, जिसमें मिली खामियों पर मौके पर मौजूद अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई थी। डीएम ने अधिशासी अभियंता सिंचाई दुर्गेश गर्ग, जिला पंचायती राज अधिकारी अविनाश कुमार तथा सहायक अभियंता आरईएस श्वेता मौर्य को इन सभी प्रोजेक्ट्स की जांच कर रिपोर्ट तलब की थी।
पंचायत भवन के निर्माण में मिली बड़ी खामियां
जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि बताया कि ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी एवं अवर अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा पंचायत भवन के ड्राइंग में पूर्व स्वीकृत 8 कमरों में से चार कमरों को विलोपित कर दिया, जबकि उक्त पदाधिकारी ड्राइंग में परिवर्तन, स्वीकृति के लिए सक्षम प्राधिकारी नहीं थे। 4 कमरे कम करने के बाद भी भवन की पूर्व स्वीकृत लागत 17.46 लाख रुपये में 2.22 लाख रुपये की अतिरिक्त प्राक्कलित लागत की वृद्धि हुई। जिससे पूरे कार्य की लागत 19.68 लाख रुपये हो गया। इसके अलावा भवन में भूकंप रोधी रेन वाटर हार्वेस्टिंग अग्निशमन के प्राविधान नहीं किया गया। भवन की लागत में दीमक रोधी उपचार, सोलर लाइट का प्रावधान, बाह्य स्थल सुधार, आंतरिक स्थल सुधार आदि समाहित किया गया था, जबकि मौके पर ये नहीं मिले। पंचायत भवन की नींव की गहराई में भी खामियां मिली। बिना कार्य कराए ही आरसीसी कॉलम आदि कार्यों का भुगतान कर दिया गया।
अंत्येष्टि स्थल पर बिना इंटरलॉकिंग कार्य हुए ही हो गया भुगतान
सेमरौना में ही बने अस्थायी अंत्येष्टि स्थल की खामियां भी जांच रिपोर्ट में उजागर हुईं। अंत्येष्टि स्थल तक जाने के लिए 158मीटर x 3मीटर के इंटरलॉकिंग का भुगतान कर दिया गया है जोकि मौके पर नहीं पाया गया। अंत्येष्टि स्थल के निर्माण में प्रयुक्त सामग्री भी निम्न गुणवत्ता की पायी गई। यहां बने चाहरदीवारी का औचित्यहीन निर्माण कराया गया है।
आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण में भी मिली गंभीर कमियां
आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माणकार्य में भी खामियां मिली। भवन में एप्रन नहीं दिया गया है, जिससे इसकी नींव ही असुरक्षित हो रही है। आंगनबाड़ी केंद्र के शौचालय एवं रसोईघर में टाइल्स का प्रावधान किया गया था, जबकि मौके पर कहीं भी टाइल्स नहीं मिली और इसका भुगतान भी कर दिया गया। भवन के दरवाजे, खिड़की आदि भी मानकानुसार नहीं मिले। प्लास्टर एवं जुड़ाई कार्य में अत्यंत घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है और भवन अपने निर्माण के शुरुआती वर्षों में ही अत्यंत जर्जर हो गया है।