जरूरी खबर : डायबेटिक पेशेंट को अब जनऔषधि केंद्रों में मिलेंगी सीटाग्लिप्टिन कम्बिनेसंस, बेहद सस्ती कीमतों पर रहेगी उपलब्ध

New Delhi : फर्मास्यूटिकल तथा मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया (PMBI) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि दधिच ने प्रधानमंत्री जनऔषधि परियोजना के अंतर्गत शुक्रवार को डायबेटिज के लिए दवाओं का नया वैरिएंट सीटाग्लिप्टिन सभी के लिए किफायती मूल्यों पर विक्री के लिए लॉन्‍च किया। पीएमबीआई ने अपने सभी जनऔषधि केंद्रों में दवाओं के नए वैरिएंट सीटाग्लिप्टिन और इसके कम्बिनेशन को शामिल किया।

उत्पाद का नाम                                                   

(1) सीटाग्लिप्टिन फॉस्फेट टैबलेट आईपी 50 एमजी                              रु. 60/-

(2) सीटाग्लिप्टिन फॉस्फेट टैबलेट आईपी 100 एमजी                             रु. 100/-

(3) सीटाग्लिप्टिन + मेटफोर्मिन हाइड्रोक्लोराइड टैबलेट 50 एमजी /500 एमजी         रु. 65/-

(4) सीटाग्लिप्टिन + मेटफोर्मिन हाइड्रोक्लोराइड की गोलियां 50 एमजी /1000 एमजी   रु. 70/-

नोट – सभी कीमतें 10 के पैक की हैं

टाइप-2 वाले व्यस्कों में ग्लाइसोमिक नियंत्रण में सुधार के लिए सीटाग्लिप्टिन को आहार और व्यायाम के सहायक के रूप में इंगित किया गया है। ये सभी वैरिएंट ब्रांडशुदा वैरिएंट की तुलना में 60 प्रतिशत से 70 प्रतिशत कम मूल्य पर उपलब्ध हैं क्योंकि ये अन्य मेडिकल स्टोर पर 162 रुपये से 258 रुपये की मूल्य सीमा में उपलब्ध हैं।

प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के अंतर्गत पूरे देश में 8700 से अधिक प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र खोले गए हैं। ये केंद्र गुणवत्ता सम्पन्न जैनेरिक दवाइयां, सर्जिकल उपकरण, न्यूट्रास्यूटिकल तथा अन्य उत्पाद बेच रहे हैं। वर्तमान में इन केंद्रों पर 1600 से अधिक दवाइयां तथा 250 सर्जिकल उपकरण उपलब्ध हैं जिनमें सुविधा सेनेटरी पैड भी शामिल है जो प्रति पैड 1 रुपये मूल्य पर बेचा जा रहा है।

पीएमबीआई जनऔधषि केंद्रों पर नागरिकों के लिए अच्छी गुणवत्ता और सस्ती कीमतों के आश्वासन के साथ आवश्यक दवाओं की नियमित और पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Related posts

देवरिया में आदर्श आचार संहिता प्रभावी : 1 जून को होगा मतदान, डीएम एपी सिंह ने दिए सख्ती के आदेश

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सलेमपुर में बस स्टेशन का किया भूमिपूजन : कही ये बड़ी बात, सांसद-विधायक ने दी लोगों को ये सौगात

गड़ेर में हुई मखाना की रोपाई : मखाना उत्पादक क्षेत्र बना देवरिया, जिलाधिकारी की पहल पर शुरू हुआ अभियान