-डीएम ने सेमरौना में चार कार्य परियोजनाओं का किया औचक निरीक्षण
-अनियमितता पाये जाने पर तकनीकी जांच के लिए गठित की तीन सदस्यीय समिति
-शाम तक रिपोर्ट की तलब
-अनियमितता व खराब कार्य की तय की जायेगी जिम्मेदारी
Deoria News : जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh IAS) ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा (SP Sankalp Sharma IPS) के साथ तहसील रुद्रपुर अन्तर्गत ग्राम सेमरौना में चार कार्य परियोजनाओं बहुद्देशीय पंचायत भवन, आंगनवाड़ी केन्द्र, अन्त्येष्टि स्थल एवं निर्माणाधीन अग्निशमन केन्द्र का निरीक्षण किया।
डीएम ने कार्यों में मिली खामियों पर काफी नाराजगी जतायी। उन्होंने अवर अभियंता तेज बहादुर पासवान को कड़ी फटकार लगायी। जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय समिति गठित कर उसकी जांच आख्या तत्कालिक रुप में उपलब्ध कराये जाने का निर्देश डीपीआरओ को दिया। जांच रिपोर्ट के अनुसार आगणित अनियमितता की धनराशि की जिम्मेदारी तय करते हुए संबंधितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराये जाने के साथ ही विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई किये जाने का निर्देश दिया।
4 कमरे ही बनाये गये हैं
जिलाधिकारी ने ग्राम सेमरौना के राष्ट्रीय ग्राम स्वराज योजना के तहत निर्मित बहुद्देशीय पंचायत भवन का निरीक्षण किया। इस दौरान पाया गया कि भारत सरकार ने 8 कमरों की डिजाइन तय की है। इसकी जगह मनमानी रुप से अपने स्तर पर परिवर्तन कर लिया गया है तथा 4 कमरे ही बनाये गये हैं। इसमें काफी घटिया क्वालिटी के कार्य किये गये हैं। कमरों की खिडकियों के दरवाजे में प्लाइवुड के दरवाजे लगाये हुए पाये गये, जो अनियमितता का द्योतक है।
कड़ी फटकार लगायी
इसके उपरान्त डीएम ने इसी परिसर में निर्मित आंगनवाडी केन्द्र का भी निरीक्षण किया, जिसके निर्माण कार्य की गुणवत्ता भी काफी खराब पायी गयी। फर्श टूटे-फूटे व शौचालय नहीं बने हुए पाये गये। स्थापित इंडिया मार्का हैण्डपम्प की कच्ची नाली पायी गयी। परिसर में साफ-सफाई का अभाव था, जिसके लिए डीएम ने पंचायत सचिव शिशिर कुमार को कड़ी फटकार लगायी।
लूटखसोट की गयी है
जिलाधिकारी ने इसी ग्राम पंचायत में निर्मित अन्त्येष्टि स्थल के निरीक्षण के दौरान पाया कि करीब 25 लाख रुपये के खर्चे से तैयार इस परियोजना की स्थिति भी काफी खराब है। उन्होंने कहा कि शव को जलाने वाले स्थान में भी लूटपाट की गयी है। शौचालय ध्वस्त पड़ा है एवं टीन शेड टूटी पड़ी है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है, जिन्होंने यह निर्माण कार्य कराया है, उसमें बंदरबाट व लूटखसोट की गयी है।
कार्रवाई की जायेगी
जिलाधिकारी ने कहा कि इन तीन कार्य परियोजनाओं की तकनीकी जांच तीन सदस्यीय समिति से करायी जायेगी। इसमें शामिल लोगों का उत्तरदायित्व तय करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। जांच कमेटी आज ही शाम तक रिपोर्ट देगी और शासन से जिन लोगों का निलम्बन होना है, वह कराया जायेगा। जरूरत हुई तो मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई की जायेगी।
समिति में सम्मिलित किये गये ये अधिकारी, आज ही देगे जांच रिपोर्ट
इस समिति में अधिशासी अधिकारी सिचाई दुर्गेश कुमार, डीपीआरओ अविनाश सिंह एवं सहायक अभियंता आरईडी स्वेता मौर्या को सम्मिलित करते हुए इन्हें मौके पर जांच किये जाने तथा आज ही शाम तक रिपोर्ट प्रस्तुत किये जाने के आदेश दिए गए हैं। डीएम ने कहा कि यह समिति लगाये गये मटेरियल की गुणवत्ता व व्यय धनराशि का आकलन व परियोजना में की गयी अनियमितता की जांच कर अपनी स्पष्ट आख्या प्रस्तुत करेगी। संलिप्तों के विरुद्ध यथा स्थिति निलम्बन, मुकदमा दर्ज करने व विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई करायी जायेगी।