Deoria News : उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल रविंद्र प्रताप शाही की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा की उपस्थिति में बीते दिनों लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में आयोजित हुई।
बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने आपदा की स्थिति में जनक्षति न्यूनतम करने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आकाशीय बिजली गिरने, सर्पदंश एवं नदी में डूबने जैसी आपदाओं से थोड़ी सी सतर्कता बरत कर बचा जा सकता है। कई बार जानकारी के अभाव में लोगों की जान चली जाती है।
लेफ्टिनेंट जनरल रविंद्र प्रताप शाही ने कहा कि विगत दिनो में जनपद में नदी में डूब कर मरने की कुछ घटनाएं हुईं हैं। अभिभावकों को अपने बच्चों को जागरूक करना चाहिए कि वे गहरे पानी में नहाने न जाएं। उन्होंने बताया कि दामिनी एप के माध्यम से आकाशीय बिजली से होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। लाइटनिंग अरेस्टर भी दुर्घटनाओं को कम करता है। इसी प्रकार सर्पदंश की स्थिति में यदि पीड़ित व्यक्ति को समय रहते अस्पताल पहुंचा दिया जाये तो उसका जीवन बच जाता है।
उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों को जागरूक किया जाए। बच्चे आपदा से बचाव के लिए सर्वश्रेष्ठ जागरूकता वाहक होते हैं। स्कूलों में बच्चों को लघु फ़िल्म दिखाई जाए। ग्राम चौपाल एवं तहसील दिवस इत्यादि पर आने वाले ग्रामीणों को भी आपदा से बचाव हेतु जागरूक किया जाए। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री इसमें विशेष रूप से प्रभावी सिद्ध हो सकती हैं। उन्होंने जनपद में नदियों के जलस्तर के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद में 318 आपदा मित्रों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। नदियों के जलस्तर पर निरंतर निगरानी की जा रही है। स्थिति सामान्य है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, सीएमओ डॉ राजेश झा, एडीएम वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार राय, एसडीएम सदर योगेश कुमार गौड़ सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।