यूपी के हाईटेक जिले में पानी के लिए संग्राम : तमाम सेक्टर के निवासियों और प्राधिकरण के अधिकारियों की हुई बैठक, उठे ये मुद्दे

Noida News : दूषित पानी की सप्लाई से परेशान नोएडा के तमाम सेक्टर, डीडीआरडब्लूए के पदाधिकारियों और नोएडा प्राधिकरण के जल विभाग के सीनियर अधिकारियों की बैठक शहर के सेक्टर 35 के बरात घर में बुधवार शाम को हुई।

दरअसल नोएडा शहर में जल विभाग द्वारा जो दूषित पानी सप्लाई किया जा रहा है, उसका टीडीएस लेवल अनेक सेक्टरों में 2000 टीडीएस के पार है। इस समस्या के निवारण के लिए यह एक महत्वपूर्ण मीटिंग रही। बैठक की अध्यक्षता डीडीआरडब्ल्यूए अध्यक्ष एनपी सिंह ने की।

उठे ये मुद्दे –

1.सेक्टर 51 से महासचिव संजीव कुमार ने कहा कि शहर में सभी निवासी समान हैं। इसीलिए किसी विशेष सेक्टर में अच्छा और किसी में खराब पानी की सप्लाई करना सरासर गलत है।

संजीव कुमार ने अनुरोध किया कि नोएडा शहर के वीआईपी सेक्टर 14 ए और 15 ए में सप्लाई किए जा रहे पानी की गुणवत्ता कतई खराब नहीं हो सकती। उन्होंने प्राधिकरण के अधिकारियों से कल सुबह साथ चलकर इन दोनों सेक्टरों में सप्लाई किए जा रहे पानी की गुणवत्ता टेस्ट अपने समक्ष करवाने की मांग की।

2.नोएडा प्राधिकरण ने साल 2017 में पानी के बिल में करीब 70% की वृद्धि की थी और यह कहा गया था यह वृद्धि अच्छे गुणवत्ता के जल सप्लाई के लिए की गई है। परंतु पानी के शुल्क में वृद्धि के उपरांत भी गुणवत्ता किसी हद तक भी ठीक नहीं हुई।

3.हम नोएडा प्राधिकरण के उपभोक्ता हैं, इसलिए नोएडा प्राधिकरण को चाहिए कि वह आरडब्ल्यूए के समक्ष पानी की जांच अच्छी एनएबीएल एक्रेडिटेड लैब से करवाकर प्रमाण पत्र आरडब्ल्यूए को जमा करवाए। मीटिंग में उठाए गए इस मुद्दे पर डीजीएम आरपी सिंह ने सहमति जताई और कहा कि हर महीने आरडब्ल्यूए के समक्ष पानी की गुणवत्ता का टेस्ट श्रीराम लेबोरेटरी से करवाया जाएगा। सर्टिफिकेट rwa को मुहैया करवाए जाएंगे।

4.टीडीएस मीटर की रेटिंग में भी अमूमन फर्क देखने के मुद्दे पर डीजीएम जल ने यह आदेशित किया कि एचएम कंपनी के टीडीएस मीटर से ही सैंपल को विभिन्न सेक्टरों में जाकर टेस्ट किया जाएगा।

5.सेक्टर 51 के सीवर संबंधित समस्या के निवारण के लिए डेडलाइन रविवार, 20 नवंबर 2022 तक दी गई। यानी 20 नवंबर से पहले प्राधिकरण सुपर सकर मशीन से सभी सीवर लाइनों की सफाई कराकर समस्या का स्थाई निस्तारण कराएगा।

6.सेक्टर 51, 41 82 व अन्य सेक्टरों में टीडीएस लेवल को सामान्य करने के लिए बीजीएम हेल्थ ने 10 दिन का समय मांगा। 10 दिनों के अंदर इन सभी सेक्टरों में टीडीएस लेवल को मेंटेन करने की प्रक्रिया को जाएगी। 10 दिन बाद प्राधिकरण किसी भी सेक्टर में 1000 टीडीएस के ऊपर पानी सप्लाई नहीं करेगा।

7.दीपावली के आसपास हर वर्ष गंग नहर की सफाई कराने के लिए गंगाजल की सप्लाई बाधित होती है। जिसके लिए सन 2000 में सुप्रीम कोर्ट ने चीफ सेक्रेट्री उत्तर प्रदेश को आदेशित किया था कि वह नोएडा शहर के निवासियों को पीने योग्य पोर्टेबल ड्रिंकिंग वाटर मुहैया करवाने हेतु ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर सप्लाई कराए। परंतु पिछले 22 सालों से सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना उत्तर प्रदेश शासन कर रहा है। निवासियों ने डीजीएम जल से इस विषय पर शासन और प्रशासन के उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी।

8.सेक्टर की सभी ग्रीन बेल्ट को जल विभाग द्वारा एंक्रोच करके ट्यूबेल लगा दी गई है, जिसके चलते निवासियों द्वारा पार्क या ग्रीन बेल्ट के लिए दी गई पीएलसी का उल्लंघन है। इन सभी ट्यूबेल से पानी सेक्टर की सड़कों पर हर दिन फैलता रहता है। इसके तुरंत समाधान की आवश्यकता है।

बैठक में डीडीआरडब्ल्यूए अध्यक्ष एनपी सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव कुमार, उपाध्यक्ष अनिल खन्ना, एडवाइजर राजीव कुमार, कोषाध्यक्ष विजय राणा, उपाध्यक्ष अनिल सिंह, उपाध्यक्ष प्रमोद वर्मा, सेक्टर 71 से सुनील वाधवा, सेक्टर 33 से आरके घई, सेक्टर 12, 30, 33, 34, 35, 41, 46, 52, 53 इत्यादि सेक्टर के अध्यक्ष व महासचिव मौजूद रहे।

सेक्टर 35 से एमपी सिंह और राजीव चौधरी मौजूद रहे। सेक्टर 51 से अनिल प्रकाश, पवन शर्मा, आशीष मुखी, एके सरीन, संजीव कुमार, अरविंद शर्मा, पंत जी इत्यादि मौजूद रहे। सेक्टर 34 से चमोली जी, भारद्वाज जी, भाटी जी और उनकी टीम मौजूद रही। नोएडा प्राधिकरण की ओर से डीजीएम आरपी सिंह, एके वरुण, सितेंद्र गिरी, राजेश गौतम, अनिल वर्मा, वीरेंद्र इत्यादि मौजूद रहे।

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