Noida News : प्रेरणा शोध संस्थान न्यास के तत्वाधान में मंगलवार को नोएडा के एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन सेक्टर-6 में विशाल कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘अस्मिता एक गौरव गाथा’ का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम उपस्थित रहीं। मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेन्द्र ठाकुर उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई।
पश्चिमी सभ्यता से बदला समाज
इस मौके पर नरेन्द्र ठाकुर ने कहा कि भारत की दृष्टि महिला और पुरुष को एक समान देखती है। यहां शिव और शक्ति दोनों की पूजा एकसाथ होती है। पश्चिमी सभ्यता ने देश की महिलाओं और पुरुषों में अंतर पैदा कर दिया। उन्होंने अपने आगे के वक्तव्य में स्वामी विवेकानंद के विचारों का वर्णन किया।
दूसरी संस्कृति में नहीं है
‘अस्मिता एक गौरव गाथा’ पुस्तक पर बात करते हुए लेखक विशाल कुमार ने कहा कि दुनिया में विभिन्न संस्कृति के लोग निवास करते हैं। लेकिन भारतीय संस्कृति में जो स्थान महिलाओं का है, वह किसी दूसरी संस्कृति में नहीं है।
महिलाओं का खास स्थान है
उन्होंने कहा कि हिन्दू संस्कृति में दुर्गा शक्ति की सबसे बड़ी केन्द्र हैं। लक्ष्मी धन की सबसे बड़ी केन्द्र बिन्दु तथा सरस्वती विद्या की सबसे बड़ी केन्द्र बिन्दु हैं। भारत की लगभग सारी महत्वपूर्ण नदियों का नाम महिलाओं के नाम पर है। पुरातन काल में भारतीय संस्कृति में महिलाओं का बहुत ही उच्च स्थान था। पर बाद में कुछ ऐसे कालखंड आए, जिसमें महिलाओं के वैभव में थोड़ी सी गिरावट आई है।
प्रयास कर रही हैं
उन्होंने आगे कहा, ‘लेकिन धीरे-धीरे भारत की नारियां पुनः अपने वैभव को प्राप्त करने के लिए खड़ी हो रही हैं। नारियों के इन्हीं प्रयासों को अस्मिता एक गौरव गाथा नामक पुस्तिका में दर्शाया गया है। पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कृपा शंकर, दिनेश गोयल, रमन चावला, नवाब सिंह नागर उपस्थित रहे। गौतमबुद्ध नगर के जिला प्रचार प्रमुख विनीत पाण्डेय ने यह जानकारी दी।