Kushinagar News : कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव में बुधवार की रात हुए हादसे में प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार फोन करने के बावजूद समय से एंबुलेंस नहीं पहुंची। अन्यथा इस हृदयविदारक हादसे में कई महिलाओं की जान बचाई जा सकती थी।
बताते चलें कि थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव के स्कूल टोला में बुधवार की रात हल्दी की रस्म मटकोड़ की जा रही थी। शादी वाले घर से करीब 100 मीटर की दूरी पर ही एक पुराने कुएं पर दर्जनों महिलाएं रस्म अदा कर रही थीं। इस कुए को स्लैब बनाकर ढंका गया था और इस पर महिलाएं-बच्चियां खड़ी थीं। भार ज्यादा होने की वजह से अचानक स्लैब टूट गया और वो सभी कुएं में समा गईं।
ग्रामीणों ने तुरंत राहत-बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन उन्हें चिकित्सकीय सहायता मिलने में देरी हुई। हालांकि घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची थी और बचाव कार्य शुरू हो गया था। ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार फोन करने के बावजूद एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो सकी।
इस वजह से ग्रामीण सदमे के साथ रोष में भी हैं। उनका कहना है कि अगर स्वास्थ्य विभाग फुर्ती दिखाता, तो कई कीमती जानें बचाई जा सकती थीं। जबकि घटनास्थल से सिर्फ 3 किलोमीटर दूर पर ही 1 अस्पताल मौजूद है। जब समय से एंबुलेंस नहीं पहुंची, तो प्राइवेट वाहनों और पुलिस की गाड़ियों से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया था।
इस दर्दनाक हादसे में अब तक 13 महिलाओं और बच्चियों की मौत हो चुकी है। जबकि एक दर्जन से ज्यादा का इलाज चल रहा है। शादी वाले घर सहित पूरे गांव में मातम पसरा है। हर तरफ चीख-पुकार की आवाजें सुनाई दे रही हैं। जबकि घटना से पहले यहां खुशियों का माहौल था। लोग शादी की तैयारियों में जुटे थे।