Deoria News : “अगर समय से कैंसर की पहचान हो जाए और इलाज करवा लिया जाए, तो व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है। दिक्कत तब ज्यादा बढ़ जाती है, जब लक्षणों को नजरअंदाज कर लोग चिकित्सक के पास देर से पहुंचते हैं।”
ये बातें जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (Jitendra Pratap Singh DM Deoria) ने शनिवार को धन्वन्तरि सभागार में विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में कही। जिलाधिकारी ने कैंसर जागरूकता के प्रति अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सर्वाइकल कैंसर का लक्षण दिखते ही व्यक्ति जागरूकता का परिचय देते हुए जिला अस्पताल में निःशुल्क जांच कराएं एवं उपचार प्राप्त करें। 30-65 आयु वर्ग की महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
सीएमओ डॉ. राजेश झा ने कहा कि आशा कार्यकर्ती की मदद से नजदीकी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कैंसर के स्क्रिनिंग की सुविधा भी उपलब्ध है। स्क्रिनिंग के बाद लक्षणों की पुष्टि होने पर संभावित मरीज को रेफर कर दिया जाता है।
देवरहा बाबा मेडिकल कालेज की प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. बबिता कपूर ने कहा कि महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए 30 से 60 साल के आयु के बीच इसकी जांच अवश्य करानी चाहिए। हयूमन पेपीलोमा वायरस (एचपीवी) टीका भी इससे बचाव का उपाय है, जो 14 वर्ष की आयु वर्ग में किशोरियों को छह-छह महीने के अंतराल पर दो बार लगवाना चाहिए।
कैंसर से बचाव के लिए संतुलित पौष्टिक भोजन का सेवन, वजन पर नियंत्रण, धूम्रपान-तम्बाकू सेवन से परहेज, नियमित व्यायाम और सुरक्षित यौन सम्बन्ध जैसे उपायों पर जोर देना होगा। अगर किसी महिला को शारीरिक सम्बन्ध के दौरान खून निकलने, मेनोपाज के बावजूद रक्तस्राव, दो माहवारियों के बीच में अचानक रक्तस्राव, पीठ या पेडू में लगातार दर्द रहने, शारीरिक सम्बन्ध के बाद खून या पानी आने, पेशाब करते समय दर्द जैसे लक्षण हों तो सर्वाइकल कैंसर की जांच अवश्य करवानी चाहिए।
इस अवसर पर एसीएमओ डॉ. बीपी सिंह, एसीएमओ डॉ. संजय चंद, एसीएमओ डॉ. राजेंद्र प्रसाद, एसीएमओ डॉ. विनय प्रकाश पाण्डेय, डीसीपीएम राजेश झा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।