10 विभूतियों को मिला गोरखपुर रत्न सम्मान : विभिन्न क्षेत्रों में जनपद को दिलाई खास पहचान

Gorakhpur News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने जनपद गोरखपुर में ‘गोरखपुर महोत्सव’ के समापन समारोह में कहा कि विगत 06 वर्षों से लगातार हर सम-विषम परिस्थितियों में ‘गोरखपुर महोत्सव’ का यह कार्यक्रम पूरी भव्यता के साथ आयोजित हो रहा है। जनपद गोरखपुर ने विकास की एक अपनी यात्रा आरम्भ की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की विशेष अनुकम्पा जनपद गोरखपुर के प्रति सदैव रही है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व, मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से आज देश वैश्विक मंच पर विकास की नई यात्रा पर निकला है। देश में उत्तर प्रदेश अपनी विकास परक नई सोच के साथ आगे बढ़ा है। गोरखपुर ने भी विकास यात्रा में सहभागी बनकर अपनी नई पहचान बनाई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर देश व दुनिया में विकास की एक नई आशा व एक नई सोच के साथ ही नागरिकों एवं नौजवानों को एक मंच प्रदान कर रहा है तथा उन्हें एक नई पहचान दे रहा है। ‘गोरखपुर महोत्सव’ उसी व्यवस्था का एक हिस्सा है। तीन दिवसीय यह महोत्सव कला जगत से जुड़ी अनेक विभूतियों को आमंत्रित करने में सफल होता है और साथ-साथ नवोदित कलाकारों को भी एक मंच प्रदान करता है।

सीएम ने कहा कि वास्तव में कला का सम्मान होना चाहिए और हर स्तर पर इसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। दुनिया भारत के संगीत की प्रशंसक है। इसमें केवल मनोरंजन ही नहीं, बल्कि इसके पीछे समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और अध्यात्म छुपा है। हमारा संगीत समाज को और देश को जोड़ने की ताकत भी रखता है और सबको साथ लेकर सबका साथ और सबका विकास की भावनाओं को भी नई ऊंचाई देता है।

उन्होंने कहा कि ‘गोरखपुर महोत्सव’ में जिन 10 विभूतियों का गोरखपुर रत्न के रूप में सम्मानित किया गया है, उन्होंने अलग-अलग क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। विभिन्न क्षेत्रों में गोरखपुर को नई पहचान दिलाई है। ऐसी विभूतियों को प्रोत्साहित किया गया है। यह प्रोत्साहन केवल उन 10 विभूतियों के लिये ही नहीं, बल्कि गोरखपुर की वर्तमान एवं भावी पीढ़ी के प्रोत्साहन के लिये भी है। हमारे युवा अगर प्रेरित होंगे तो यह मंच उन्हें हमेशा सम्मानित करेगा। इससे हमारी पहचान होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 06 वर्षों में जनपद गोरखपुर ने विकास की ऊंचाइयों को छुआ है। गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कालेज बेहतर हो गया है। यहां एम्स की भी स्थापना हो गई है। गोरखपुर का खाद कारखाना वर्ष 1990 में बंद हो गया था, जो वर्ष 2021 में फिर से चालू हो गया है। इसमें उत्पादन का कार्य पूरी क्षमता से प्रारम्भ हो गया है। जनपद गोरखपुर में रामगढ़ताल आज पर्यटन के एक केन्द्र के रूप में उभरा है। जनपद गोरखपुर में अब वायु सेवा बेहतर हो गई है। जनपद गोरखपुर में चिड़ियाघर आमजन के लिए मनोरंजन का एक माध्यम बन गया है। जनपद गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय संचालित हो रहे हैं। शिक्षा के केन्द्र, स्वास्थ्य के हब, व्यापार व उद्योग के एक नये केन्द्र के रूप में जनपद गोरखपुर अपनी पहचान बना रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वाभाविक रूप से अनेक सम्भावनाएं बनी है। इन सम्भावनाओं के बीच में बाबा गोरखनाथ की इस पावन धरा पर ‘गोरखपुर महोत्सव’ में अनेक विभूतियों और कलाकरों ने अपनी प्रस्तुति दी हैं। आस्था व विकास का बेहतरीन समन्वय ‘गोरखपुर महोत्सव’ से प्रारम्भ होकर मकर संक्रान्ति के पर्व तक हर एक गोरखपुर व पूर्वान्चलवासी को प्रोत्साहित करता रहेगा।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानंद जी पर केन्द्रित चित्र प्रदर्शनी व पण्डाल सहित कृषि प्रदर्शनी के स्टालों का अवलोकन करते हुए उनके विषय में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने गायक सोनू निगम द्वारा सृजित हनुमान चालीसा एवं ‘गोरखपुर महोत्सव’ की स्मारिका अभ्युदय का विमोचन किया। महोत्सव में सांसद रवि किशन ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर मत्स्य मंत्री संजय निषाद, सांसद बासगांव कमलेश पासवान, विधायक विमलेश पासवान, महेन्द्र पाल सिंह, फतेह बहादुर, बिपिन सिंह, श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ला, कालीबाड़ी के महन्त रवीन्द्रदास सहित विभिन्न जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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