Deoria News : गोरखपुर की एंटी करप्शन टीम ने देवरिया में एक राजस्व लिपिक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है तथा उसका चालान कर दिया गया है। एंटी करप्शन टीम इससे पहले भी जनपद में कई रिश्वतखोर अवसरों को पकड़ चुकी है।
मामला जनपद के रुद्रपुर तहसील का है। रुद्रपुर तहसील में तैनात राजस्व लिपिक के खिलाफ पीड़ित ने शिकायत की थी। इसके आधार पर एंटी करप्शन टीम ने यह कार्रवाई की है। एंटी करप्शन के प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि नगवा गांव के निवासी रवि प्रकाश सिंह ने आरोपी लिपिक के खिलाफ शिकायत दी थी।
उन्होंने कहा था कि जमीन की पैमाइश कराने के लिए अधिकारियों को रिश्वत देने के नाम पर राजस्व लिपिक मोटी रकम की मांग कर रहा था। नहीं देने पर उन्हें लगातार तहसील का चक्कर लगाना पड़ रहा था। इससे परेशान होकर पीड़ित ने लिपिक की शिकायत एंटी करप्शन में की। पीड़ित की शिकायत के आधार पर टीम ने प्लान बनाया और राजस्व लिपिक विनोद प्रताप सिंह को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
योजना के मुताबिक रिश्वत देने के लिए लिपिक को चाय की दुकान पर बुलाया गया था। वहां पीड़ित ने उसे ₹2000 का रंग हुआ नोट रिश्वत के रूप में दिया। पहले से तैनात एंटी करप्शन टीम ने तुरंत आरोपी लिपिक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने लिपिक के दफ्तर से पीड़ित की जमीन की पैमाइश की फाइल भी कब्जे में ले ली है। एंटी करप्शन टीम में निरीक्षक मनोहर यादव, उदय प्रताप सिंह, विजय नारायण, चंद्रभान मिश्र, शैलेश सिंह, रूपेश कुमार सिंह और कौशल राव शामिल थे।