किसान दिवस का आयोजन किया गया। बैठक में जिलाधिकारी ने धान क्रय से सम्बन्धित समस्याओं पर किसान एवं किसान यूनियन के प्रतिनिधियों से जानकारी ली। प्रतिनिधियों ने बताया कि एक ही परिवार के एक से अधिक सदस्यों की हिस्सेदारी के अनुरूप रकबा पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो रहा है तथा सत्यापन भी लंबित है।
Deoria News : गांधी सभागार, विकास भवन में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया। बैठक में जिलाधिकारी ने धान क्रय से सम्बन्धित समस्याओं पर किसान एवं किसान यूनियन के प्रतिनिधियों से जानकारी ली। प्रतिनिधियों ने बताया कि एक ही परिवार के एक से अधिक सदस्यों की हिस्सेदारी के अनुरूप रकबा पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो रहा है तथा सत्यापन भी लंबित है। इस पर जिलाधिकारी ने जिला विपणन अधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी (वि/रा) को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कृषकों से कहा कि जिन किसानों के परिवार के सदस्य बाहर रहते हैं, वे बटाईदार के रूप में पंजीकरण कराकर धान का विक्रय सुनिश्चित कराएं।
असमय वर्षा से प्रभावित कुल 356 कृषकों की फसल क्षति के सर्वे में से शासन के मानकों के अनुरूप 300 कृषक पात्र पाए गए हैं, जिन्हें क्षतिपूर्ति प्रदान की जाएगी। जिलाधिकारी ने धान क्रय से जुड़ी समस्याओं पर 15 दिन बाद, दिसंबर के प्रथम सप्ताह में पुनः बैठक बुलाने के निर्देश दिए, जिसमें सभी उप जिलाधिकारी एवं कृषि सम्बन्धी विभागों को उपस्थित रहने को कहा गया।
बीज एवं उर्वरक की टैगिंग न करने के निर्देश जिला कृषि अधिकारी को दिए गए। बीज गोदामों पर अधिक मूल्य वसूलने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि शिकायत मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। किसान दिवस में विद्युत विभाग के अधिशासी अभियन्ता की अनुपस्थिति पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण तलब किया।
उप कृषि निदेशक ने गत माह प्राप्त शिकायतों के अनुपालन की जानकारी दी तथा कृषि विभाग की योजनाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि जनपद के लिए 500 एमटी जिप्सम की आपूर्ति शीघ्र की जाएगी, जिसका वितरण सभी विकास खंडों के राजकीय बीज गोदामों से होगा।
किसानों ने शिकायत की कि पुराने पंजीकरण वाले कृषकों के ऑनलाइन अंगूठा न लगने से बीज उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। उप कृषि निदेशक ने बताया कि नए पोर्टल ‘दर्शन-02’ पर कुछ किसानों की खतौनी व रकबा प्रदर्शित न होने से समस्या उत्पन्न हुई है। समाधान के लिए कृषक अपनी प्रमाणित खतौनी, ₹10 का स्टाम्प पेपर व आधार कार्ड के साथ उप कृषि निदेशक कार्यालय में संपर्क करें। उन्होंने किसानों से फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य रूप से कराने की अपील की और कहा कि किसी भी समस्या पर नजदीकी राजकीय बीज भंडार से संपर्क किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त का सजीव प्रसारण जनपद व विकास खंड स्तर पर देखा गया। साथ ही कृषि सूचना तंत्र योजना के अंतर्गत एक दिवसीय गोष्ठी का भी आयोजन किया गया।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी (वि/रा), जिला विकास अधिकारी, उप कृषि निदेशक, जिला कार्यकारी अधिकारी (मत्स्य), अधिशासी अभियन्ता (नहर), सहायक अभियन्ता (नलकूप), अग्रणी जिला प्रबंधक, भूमि संरक्षण अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, प्रभारी कृषि रक्षा अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। किसान संगठनों से भा.ज.पा. जिला उपाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप शाही, भा.कि.यू. के इंजीनियर अतुल मिश्रा, कौशलेश नाथ मिश्रा, प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश मिश्रा तथा प्रगतिशील कृषक सत्याग्रहण सरोज, सदानन्द यादव सहित अनेक कृषक उपस्थित थे।