Deoria News : जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में खरीफ खरीद विपणन वर्ष 2023-24 के लिए मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत धान खरीद की कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान उन्होंने सभी केन्द्र प्रभारियों एवं केन्द्र एजेन्सियों को धान खरीद में पूरी तत्परता बरते जाने एवं किसानों के साथ सम्मानजनक मित्रवत व्यवहार करने तथा सभी क्रय केन्द्रों पर अनुमन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि धान क्रय शासन की प्राथमिकता का विषय है। कृषकों को उनके उपज का समुचित मूल्य मिले इसके लिए शासन द्वारा समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने क्रय केन्द्रों पर यह विशेष रुप से ध्यान रखे जाने का निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी दशा में कृषकों को कोई भी असुविधा न हो। क्रय केन्द्र पर आने वाले कृषकों का रोस्टर यदि तय कर लिया जाये तो इससे काफी सुविधा होगी।
डीएम ने यह भी कहा कि धान क्रय में यदि किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो तो जारी टोल फ्री नम्बर पर सम्पर्क किया जा सकता है तथा उस पर अपनी समस्याओं को अवगत कराया जा सकता है। उसका त्वरित रुप से समाधान किया जायेगा। इसके अलावे भी मेरे सहित जिला प्रशासन से जुडे अन्य अधिकारियों से भी अपनी समस्या को अवगत करा सकते हैं। उस पर फौरी रुप से कार्रवाई कर समस्या का समाधान कराया जायेगा।
इस कार्यशाला में धान के सेम्पल से लेकर अन्य सभी आवश्यक पहलुओं पर तकनीकी जानकारी विशेषज्ञो द्वारा मशाीनों के माध्यम से प्रदर्शित कर दिया गया। प्रयोगिक रुप से सभी को प्रशिक्षित किये जाने के लिए 30 अक्टूबर को गांधी सभागार में बैचवार तिथि निर्धारित की गयी है। इस दिन सभी केन्द्र प्रभारियों एवं क्रय व्यवस्थपको को इस दिन अनिवार्य रुप से उपस्थित रह कर भलीभांति प्रशिक्षण प्राप्त करने का निर्देश डीएम ने दिया। कहा कि जानकारी प्राप्त होने पर कोई भी समस्या नहीं आयेगी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने धान खरीद वर्ष 2023-24 की तैयारियों के संबंध में आवश्यक दिशानिर्देश दिए। उन्होंने बताया कि 1 नवंबर से धान खरीद प्रारंभ होगी। इस वर्ष सामान्य प्रजाति के धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,183 रुपये निर्धारित किया गया है। जनपद में डेढ़ लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य हासिल करने के लिए 136 धान क्रय केंद्र बनाए गए हैं।
जनपद में निर्धारित लक्ष्य डेढ़ लाख मीट्रिक टन की पूर्ति के लिए क्रय एजेन्सी अनुसार भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें खाद्य विभाग 67500 मीट्रिक टन, पीसीएफ 42,000 मीट्रिक टन, यूपीएसएस 9500 मीट्रिक टन, पीसीयू 27,000 मीट्रिक टन, भारतीय खाद्य निगम तथा मंडी समिति दो-दो हजार मीट्रिक टन धान की खरीद करेंगी।
डीएम ने धान खरीद से संबंधित सभी आवश्यक उपकरण क्रय केंद्रों पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जनपद में 206 इलेक्ट्रॉनिक कांटा, 66 छलना, 102 नमी मापक यंत्र, 104 पावर डस्टर और 85 पंखे उपलब्ध हैं। जिलाधिकारी ने डिप्टी आरएमओ को समस्त उपकरणों को एक नवंबर से पूर्व क्रय केंद्रों पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने खरीद प्रारंभ होने से पूर्व समस्त केंद्रों पर जूट के बोरे उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में प्लास्टिक के बोरों का उपयोग नहीं किया जाए। जनपद में 3650 गांठ जूट के बोरे उपलब्ध हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि क्रय केंद्र पर अपना धान बेचने के लिए किसानों को बेवसाइट पर अथवा मोबाइल एप यूपी किसान मित्र पर अपना पंजीकरण करा सकते है। किसान इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप के माध्यम से किसान अपना पंजीकरण कराने के साथ ही जमीन के रकबे का सत्यापन भी कर सकेंगे। साथ ही अपनी भुगतान की मौजूदा स्थिति की प्रगति भी जान सकेंगे। सरकार ने किसानों की सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 18001800150 जारी किया है।
इस अवसर पर एडीएम वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार राय, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।