Deoria News : देवरिया नगर पालिका के विस्तार और जनपद की नई नगर पंचायतों के गठन के बाद इनमें शामिल 65 ग्राम पंचायतों के 9106 मनरेगा श्रमिकों के सामने रोजगार का संकट गहराने लगा है। नगर पालिका और नगर पंचायतों में शामिल गांवों में अब मनरेगा के नए काम शुरू नहीं होंगे। इससे श्रमिक चिंतित हैं।
बताते चलें कि पिछले साल उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने देवरिया नगर पालिका परिषद में 23 गांवों को शामिल करने की मंजूरी दे दी है। इसके बाद इन गांवों को शामिल कर नगर पालिका का विस्तार किया गया था। नए वार्ड बनाए गए। इसी तरह गौरा बरहज नगर पालिका का भी विस्तारीकरण हुआ और परिषद में कुछ गांव शामिल किए गए।
पिछले सालों में जनपद में बैतालपुर, पथरदेवा, तरकुलवा, हेतिमपुर, भलुअनी और मदनपुर नगर पंचायतों का भी गठन और विस्तारीकरण हुआ। नगर पंचायतों में भी दर्जनों गांव शामिल किए गए हैं। बड़ी समस्या है कि इन गांवों के नगर पंचायतों और पालिका परिषद में शामिल होने से यहां मनरेगा की कार्य योजना पर रोक लग गई है। ऐसे में मनरेगा श्रमिक बेहद परेशान हैं। कुछ ग्राम पंचायतों में पहले से कुछ कार्य योजनाएं तैयार थीं, उन पर अभी भी काम चल रहा है। लेकिन वहां भी नए प्रोजेक्ट आरम्भ नहीं होंगे।
जानकारी के मुताबिक –
देवरिया सदर के पगरा के 172, पिडरा के 94, बड़हरा के 171, तिलई बेलवा के 101, परसिया उर्फ खरजरवा के 57, पिपरपाती के 47, धनौती खुर्द के 112, रघवापुर के 56, कतरारी के 112, दानोपुर के 48, मुराडीह के 81, सकरापार के 100, देवरिया खास के 171, बभनी के 78, सोंदा के 58 और कठिनइयां के 36 श्रमिक शामिल हैं।
जबकि भलुअनी में 469,फुलवरिया लाला में 165, तरकुलहा के 151, जरार मनिक के 151 श्रमिक शामिल हैं।
ब्लॉक रुद्रपुर के केवटलिया के 137, मठिया तिवारी के 58, मदनपुर के 418, भीष्मापुर के 217, रामईपुर के 115, पौहरिया के 146
रामपुर कारखाना के भीमपुर के 93, जटमलपुर के 129
तरकुलवा के तरकुलवा 206, कनकपुरा के 315, जमुनी के 241, बालपुर के 166, लक्ष्मीपुर के 76, सिरसिया के 87, परसौनी के 96 श्रमिक बेरोजगार हो गए।
जरार रमन के 75, शिवधरिया के 286, ठाकुर देवरिया के 95, डुमरी के 60, पठकौली के 59, पथरदेवा के 126, महुआरी के 78, मछैला के 159, कुचया के 124, भेली पट्टी के 286, फरेंदा के 217, सिधावे के 303
बैतालुपर विकास खंड के विशुनपुरा के 94, बरारी के 8, बैतालपुर के 44, गुड़री के 135, बेलही तिारी के 74, रुच्चापार के 41, जंगल सहजौली के 108, इटवा के 20 श्रमिकों को काम नहीं मिलेगा।
साथ ही बढ़या के 102, गोविंदपुर के 37, मुकुंदपुर के 91
देसही देवरिया के हेतिमपुर के 332, कोटवा के 389, सहोदरपट्टी 216, भुजौली 135, मुंडेरा चंद 244, डुमरी एकलास के 166 मनरेगा श्रमिक शामिल हैं।