Deoria News : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Deoria Jitendra Pratap Singh IAS) ने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा (SP Deoria Sankalp Sharma IPS) के साथ जलभराव से प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ के दृष्टिगत जिला प्रशासन को हर संभव तैयारियों को पूर्ण रखे जाने के निर्देश दिए। कपरवार में क्षेत्रीय ग्राम प्रधानों से मिलकर जलभराव जनित कठिनाइयों की जानकारी प्राप्त की तथा उसका समाधान कराये जाने के लिए आश्वस्त किया।
तटबंध का लिया जायजा
जिलाधिकारी जेपी सिंह ने सबसे पहले केवटलिया-महेन बंधे का निरीक्षण किया। निरीक्षण में उन्होंने पाया कि यह बंधा पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि बंधे से महेन गांव को जोड़ने वाली सड़क के टूटने से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हुई है। बाढ़ एवं बंधा कटान की स्थिति नहीं है।
कर्मी ईमानदारी से करें काम
उन्होंने बाढ़ खंड के अधिकारियों को बंधों की पेट्रोलिंग अनवरत रूप से कराए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ शिविरों को पूर्ण रूप से सक्रिय रखा जाए। तैनात कर्मी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करेंगे। बंधों के कटान या रिसाव होने की स्थिति में त्वरित रूप से कार्रवाई करते हुए उस पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करेंगे। आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता भी मौके पर बनाये रखेंगे।
मरम्मत का दिया आदेश
उन्होंने बंधे से महेन गांव को जोड़ने वाली आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मार्ग का मरम्मत करने के लिए अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने आम जन से अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह के अफवाहों पर ध्यान न दें। जनपद के सभी बंधे सुरक्षित स्थिति में हैं।
ग्राम प्रधान से की बात
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने कपरवार के निकट नौका टोला में मार्ग पर ही उपस्थित ग्राम प्रधानों से संवाद किया। बाढ़ एवं जलभराव जनित समस्याओं के विषय में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। पशु-चारा, खाद्य सामग्री, दवा आदि की पर्याप्त उपलब्धता है। किसी भी दशा में कोई परेशानी न हो, इसके लिए हर संभव एहतियाती उपाय के साथ ही बंधों को सुरक्षित रखे जाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए है।
कंट्रोल रूम को दें सूचना
जनपद में कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है, जिसका नंबर 1077, 05568-222261, 223331 एवं 225351 है। किसी भी समस्या व आकस्मिकता की सूचना उस पर दी जा सकती है। प्राप्त समस्याओं का त्वरित समाधान कराया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के आवागमन के लिए पर्याप्त संख्या में नाव लगाई गई हैं।