Deoria news : पहले सूखे के संकट से जूझ रहे जनपद देवरिया में अब मूसलाधार बारिश ने शहर को बेहाल कर दिया है। जन जीवन अस्त-व्यस्त है। जलजमाव से हर तरफ लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी कार्यालयों मसलन जिलाधिकारी और पीडब्ल्यूडी ऑफिस में पानी घुस गया है। शहर की आम सड़कें जलमग्न हैं।
हर तरफ पानी भरा
दरअसल जनपद में बुधवार से ही लगातार बारिश हो रही है। इस वजह से गुरुवार की सुबह देवरिया शहर जलमग्न हो गया। शहर के मुख्य रोड पानी में डूबे रहे। जलभराव से आवाजाही और दुकानें खोलने में भी दिक्कत हुई। जनपद के प्रमुख बाजारों में लगभग दुकानें बंद रहीं। हॉस्पिटल रोड और डाकबंगले में भी पानी जमा हो गया। इससे इलाज कराने आने वालों को खासी मुश्किल हुई। स्कूल जाने वाले बच्चों और ऑफिस जाने वाले लोगों को भी काफी तकलीफें उठानी पड़ी।
डीएम ऑफिस में जमा हुआ जल
यहां तक कि भारी बारिश की वजह से जिलाधिकारी कार्यालय और लोक निर्माण विभाग ऑफिस में भी पानी जमा हो गया। खुद जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh IAS) जलजमाव के बीच सुबह 10:00 बजे अपने कार्यकक्ष पहुंचे और उन्होंने जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनीं।
41 करोड़ से बन रहा नाला
वहीं शहर के पानी को कुर्ना नाला तक पहुंचाने के लिए बन रहा नाला भी भारी बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हो गया और अमेठी मंदिर के पास टूट गया। करीब 41 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा यह नाला भारी बारिश के पहले पड़ाव पर ही फेल साबित हुआ। बताते चलें कि शहर को जलभराव से मुक्त बनाने के लिए सीसी रोड से खोराराम तक नाले का निर्माण कार्य चल रहा है।
डीएम ने किया था निरीक्षण
जिलाधिकारी जेपी सिंह ने भी इस निर्माणाधीन नाले का स्थलीय निरीक्षण किया था और उन्होंने संबंधित अफसरों को आदेश दिया था कि बरसात से पहले इसका निर्माण कार्य पूरा किया जाए। लेकिन यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार और लेटलतीफी का शिकार हो गया। इसके चलते इस बरसात शहर को जलजमाव से निजात दिलाने के मंसूबे पर भी पानी फिर गया।