बैतालपुर ब्लॉक का हाल : 11 महीने बाद भी जांच में नहीं मिला सुधार, पिछले अक्टूबर में मानदेय रोकने के आदेश पर अब तक नहीं हुआ अमल, अकाउंटेंट पर कार्रवाई

Deoria news : मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार ने विकास खण्ड-बैतालपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित थे। निरीक्षण के समय इन्द्र मोहन मिश्र, लेखाकार ने उच्च अधिकारियों की निरीक्षण आख्या से संबंधित पत्रावली प्रस्तुत की, जिसमें मुख्य विकास अधिकारी के 29 अक्टूबर 2021 के ब्लाक निरीक्षण की निरीक्षण आख्या संलग्न नहीं पाया गया।

मानदेय नहीं रोका

उच्च अधिकारियों ने समय-समय पर जारी आदेश की गार्ड फाइल बनायी है, परन्तु उसमें कुछ भी अंकित नहीं किया गया है। शासनादेश की गार्ड फाइल बनायी गयी है परन्तु उसे अद्यतन नहीं किया गया है। खण्ड विकास अधिकारी, बैतालपुर के 27 अगस्त 2022 को उपस्थिति पंजिका के निरीक्षण के समय 04 तकनीकी सहायक अनुपस्थित पाये गये थे। उन्हें अनुपस्थित भी किया गया था, परन्तु इन अनुपस्थित कर्मियों का उस दिवस का मानदेय इन्द्र मोहन मिश्र, लेखाकार ने अवरूद्ध नहीं किया है। उन तकनीकी सहायकों का मानदेय निकाल दिया गया है।

हस्ताक्षर नहीं कराया गया है

आलमारी के निरीक्षण में यह पाया गया कि आलमारी के बाहर 4ए पेपर आलमारी के बाहर चस्पा है, परन्तु आलमारी के अन्दर क्या रखा गया है, यह अंकित नहीं है। आलमारी में बेतरतीब ढंग से फाइले रखी पायी गयीं। किस रैक में कौन सी फाइल है, इसका अंकन नहीं किया गया है। मनरेगा की फाइलें इन्द्र मोहन मिश्र, लेखाकार ने पूर्ण नहीं की हैं। अनुदान पंजिका भाग-3 में अंकित धनराशि के संबंध में जानकारी मांगने पर पूर्ण रूप से जानकारी नहीं दी गयी। ग्राम रोजगार सेवक, मनरेगा कार्मिक / ईपीएफ पंजिका सक्षम स्तर से प्रमाणित नहीं है और न ही किसी कर्मचारी का इसमें हस्ताक्षर किया गया है।

अंकित नहीं मिला

इस संबंध में पूछने पर लेखाकार ने बताया कि यह सब ऐसे ही पंजिका में रखा जाता है, सब कुछ ऑनलाइन है। आवास की पंजिका में कुछ फार्म पाये गये, जिसमें ग्राम सचिव, ग्राम प्रधान, सेक्टर प्रभारी एवं खण्ड विकास अधिकारी के हस्ताक्षर हैं, तथा उन्हें पंजिका में अंकित नहीं किया गया है।

लेखाकार पर हुई कार्रवाई

आलमारी में पुराने पन्ने खुले में बण्डर बांधकर रखे हुए हैं। जिसमें आवास के कुछ पात्र एवं कुछ अपात्र फार्म हैं, जिन्हें आवास पंजिका में अंकित नहीं किया गया है और न ही सही ढंग से रखा गया है। इसके लिए इन्द्र मोहन मिश्र, लेखाकार उत्तरदायी हैं। इस पर सीडीओ ने जिला विकास अधिकारी, देवरिया को दण्डात्मक कार्रवाई करने के निर्देशित किया।

रजिस्टर मेंटेन नहीं है

इस विकास खण्ड में कार्यरत तकनीकी सहायक दिग्विजय नाथ तिवारी, जय प्रकाश, रमेश चन्द्र मिश्र भ्रमण पंजिका पर भ्रमण अंकित किये बिना ही चले गये थे, जिसके कारण उनका एक दिन का मानदेय अवरूद्ध किया जाता है। स्थापना पटल का कार्य देख रहे नरेन्द्र देव की रखी गयी पत्रावलियों / पंजिका का निरीक्षण किया गया, जिसमें  राजीव शंकर मिश्र, ग्राविअ के सेवा पुस्तिका में अर्जित अवकाश अद्यतन नहीं किया गया है। आशा यादव ग्रा वि अ की सेवा पुस्तिका के अवलोकन में नामिनी नहीं बनाया गया है तथा इनका भी अर्जित अवकाश अद्यतन नहीं है।

सब बिखरा है

सतीश कुमार शाही, ग्राम विकास अधिकारी की जीपीएफ पासबुक में कटौती पूर्ण होने के उपरान्त संबंधित कर्मचारी का हस्ताक्षर नहीं कराया गया है। सलीम परवेज खां, ग्राविअ के अंशदान कटौती में संबंधित कर्मचारी का हस्ताक्षर नहीं कराया गया है। नरेन्द्र देव द्वारा देखी जा रही अभिलेखों की आलमारी जिसके बारह भण्डार लिखा हुआ है, उसमें रखी गयी पत्रावलियों/अभिलेखों का न तो बाहर और न ही अन्दर विवरण अंकित है, जिससे पत्रावलियों का कारण रख-रखाव ठीक नहीं पायी गयी।

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