गौरीबाजार, देसही देवरिया और पथरदेवा बीडीओ का वेतन बाधित : सीडीओ ने निर्देशों की अनदेखी पर लिया एक्शन

Deoria News : मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार (CDO Deoria Ravindra Kumar) ने शुक्रवार को पूर्वाह्न 10.00 बजे से 10:15 बजे के बीच वीडियो कालिंग के माध्यम से खण्ड विकास अधिकारियों की उपस्थिति ली। जिसमें खण्ड विकास अधिकारी गौरीबाजार, देसही देवरिया तथा पथरदेवा कार्यालय नहीं पहुँचे थे। जिस पर उन्होंने उक्त खण्ड विकास अधिकारियों का शुक्रवार का वेतन अग्रिम आदेश तक बाधित किया है, तथा समय से कार्यालय न पहुँचने के लिए स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया है।

मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि सभी अधिकारी / कर्मचारी पूर्वाह्न 10:00 बजे के पूर्व कार्यालय में उपस्थित रहकर जन समस्याओं को सुनकर उनका त्वरित निस्तारण करेंगे। कार्यालय में समय से पहुँचने के लिए खण्ड विकास अधिकारियों को पूर्व में भी कई बार निर्देशित किया जा चुका है, परन्तु इन अधिकारियों द्वारा निर्देशों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। यह स्थिति अत्यंत ही खेदजनक है।

डायट रामपुर कारखाना में फिल्म देखता मिला लिपिक, तीन कर्मी बिना सूचना अनुपस्थित
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (Deoria DM Jitendra Pratap Singh IAS) ने शुक्रवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) रामपुर कारखाना का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तीन कार्मिक अनुपस्थित मिले, जिनका एक दिन के वेतन कटौती के साथ स्पष्टीकरण तलब किया गया है। साथ ही कार्यालय का उचित ढंग से पर्यवेक्षण न करने पर डीएम ने डायट के प्राचार्य के नवंबर माह के वेतन आहरण पर रोक लगा दी है।

जिलाधिकारी शुक्रवार अपराह्न रामपुर कारखाना स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पहुंचे। कार्यालय परिसर में प्रथम दृष्टया अव्यवस्था मिली। लिपिक मुन्नीलाल मोबाइल पर पिक्चर देखते मिले, जिस पर डीएम ने कड़ी फटकार लगाई। इसके पश्चात डीएम ने उपस्थिति पंजिका जांची, जिसमे गजेंद्र राव, सतीश कुमार मिश्रा व आफताब अहमद बिना किसी प्रकार का अवकाश स्वीकृत कराये अनुपस्थित मिले।

जिलाधिकारी ने मूवमेंट रजिस्टर मांगा, जिस पर प्राचार्य ने मूवमेंट रजिस्टर न बनने की बात की। डीएम ने डायट की लाइब्रेरी का भी निरीक्षण किया, किंतु वहाँ भी अनियमितता मिली। डीएम ने इस पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और डायट प्राचार्य अनिल कुमार सिंह के नवंबर माह के वेतन आहरण पर रोक लगा दी तथा स्पष्टीकरण तलब किया है।

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्रायः ये पाया जा रहा है कि सभी विभागों के अधिकारी स्वयं उपस्थिति पंजिका में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं, जिससे उनकी उपस्थिति एवं अवकाश आदि का ब्यौरा स्पष्ट नहीं हो पाता। डीएम ने कहा कि सभी अधिकारी अपना नाम उपस्थिति पंजिका में दर्ज करें और हस्ताक्षर करें। बिना इसके यदि वेतन आहरित हुआ तो डीडीओ और कार्यालयाध्यक्ष उत्तरदायी होंगे।

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