-झंडा निर्माण कर अमृत महोत्सव में सक्रिय योगदान दे रहे है स्वयं सहायता समूह: डीएम
-जनपद में झंडा निर्माण में 265 स्वयं सहायता समूह सक्रिय, 60 हजार झंडों का हो चुका है उत्पादन
-ब्लॉक व ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न सेलिंग पॉइंट्स के माध्यम से होगी बिक्री
-जिलाधिकारी ने किया स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित
-हर घर तिरंगा के दृष्टिगत डीएम ने किया अखनपुरा में झंडा निर्माण कार्यशाला का निरीक्षण
Deoria News : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (Jitendra Pratap Singh IAS) ने मंगलवार को सदर ब्लॉक स्थित अखनपुरा गांव में हर घर तिरंगा अभियान के दृष्टिगत स्वयं सहायता समूहों के बनाये जा रहे झंडा निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को तिरंगा सप्ताह के दौरान जनपद की मांग के अनुरूप झंडा निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित किया।
60 हजार झंडे बने
जिलाधिकारी ने बताया कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत जनपद में 5 लाख 62 हजार झंडे का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में झंडे को उपलब्ध कराने में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है। झंडा निर्माण कार्य में जनपद के कुल 265 स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जो अब तक लगभग 60 हजार झंडे बना चुके है।
इतनी होगी कीमत
उन्होंने बताया कि इन झंडों की बिक्री ब्लॉक तथा ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न सेलिंग पॉइंट्स के माध्यम से आमजन को की जा रही है। स्वयं सहायता समूह के निर्मित झंडों की कीमत 25-30 रुपये निर्धारित की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि झंडा निर्माण कार्य से समूह की महिलाओं को रोजगार के साथ ही उन्हें आजादी के अमृत महोत्सव में प्रत्यक्ष योगदान देने का अवसर भी मिला है।
प्रतिदिन 200 झंडे तैयार कर रहीं
अखनपुरा स्थित नाबार्ड प्रायोजित रेडिमेड गारमेंट केंद्र पर स्वयं सहायता समूह की 25 महिलाओं द्वारा प्रतिदिन 200 झंडे तैयार एवं अशोक चक्र छपाई का कार्य किया जा रहा है। झंडों के निर्माण में निर्धारित मानकों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
महिलाएं निरंतर मेहनत कर रही हैं
डीसी एनआरएलएम बीएस राय ने बताया कि झंडा की मांग को पूरा करने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाएं निरंतर मेहनत कर रही हैं। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत उन्हें हर संभव लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराया जा रहा है।