Deoria News : किसानों को फसल बीमा योजना के प्रति जागरूक करने के लिए आज कृषि कल्याण सभागार, बैतालपुर में वर्कशाप का आयोजन किया गया। इसमें जिला कृषि अधिकारी रतन शंकर ओझा ने विभिन्न गांवों से आए किसानों और किसान मित्रों को फसल बीमा के फायदे गिनाए।
दरअसल भारत सरकार की पहल पर पूरे देश में 7 दिनों के लिए फसल बीमा पाठशाला वर्कशॉप आयोजित की जा रही है। इसके तहत सरकार 25 अप्रैल से 1 मई तक करीब 100000 स्थानों पर इस वर्कशॉप का आयोजन करेगी। इसी कड़ी में आज बैतालपुर ब्लाक के कई दर्जन गांवों के किसानों और किसान मित्रों को फसल बीमा के बारे में जानकारी दी गई। उन सभी से अन्य किसानों को भी फसलों का बीमा कराने के लिए जागरूक करने के लिए कहा गया।
किसान की जरूरत है
देवरिया के जिला कृषि अधिकारी रतन शंकर ओझा ने वर्कशॉप में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि फसल बीमा योजना किसान की जरूरत है। किसी भी आपदा से कृषक की मेहनत, खड़ी फसल बर्बाद हो, तो फसल बीमा योजना के जरिए उसे मुआवजा राशि मिलती है। इससे उसे आर्थिक क्षति नहीं उठानी पड़ती। उन्होंने आगे कहा, “फसल बीमा योजना से किसान अपने परिवार का भरण- पोषण सुरक्षित कर सकता है। इसमें प्रीमियम के तौर पर बहुत कम राशि जमा करनी पड़ती है। जबकि मुआवजे के लिए फसल के नुकसान का आकलन कर क्षति पूर्ति की जाती है।
ये लोग रहे मौजूद
कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के कृषि सचिव अनुराग यादव, देवरिया के जिला कृषि अधिकारी रतन शंकर ओझा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, एसएमएस ओंकार नाथ दुबे, एडीओ-एजी बैतालपुर, ब्लाक प्रमुख प्रभाकर राय, पहाड़पुर गांव के किसान मित्र सुनील राय समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
1 लाख स्थानों पर होगा आयोजन
दरअसल केंद्र सरकार को PMFBY लागू करने वाले हर राज्य व केंद्र शासित प्रदेश में 7 दिनों के लिए आयोजित किए जाने वाली फसल बीमा पाठशाला के माध्यम से देश भर के किसानों से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा। ऐसे में PMFBY गर्व से कह सकता है – ‘किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी’। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 25 अप्रैल से 1 मई 2022 की अवधि के दौरान लगभग 1 लाख स्थानों पर जनभागीदारी आंदोलन के रूप में ‘फसल बीमा पाठशाला’ का आयोजन कर रही है।
2.5 लाख किसानों को मिली पॉलिसी
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ अभियान के अंतर्गत अब तक देश भर के 2.5 लाख से अधिक किसानों को फसल बीमा पाठशाला के माध्यम से बीमा पॉलिसी सौंपी गईं हैं।
तीसरी सबसे बड़ी योजना है
वर्ष 2016 में किसानों के आर्थिक हितों को ध्यान में रखकर शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी फसल बीमा योजना है। इसका लाभ देश के करोड़ों किसानों को प्राप्त हो रहा है। इसका मूल लक्ष्य न्यूनतम प्रीमियम लेकर तरह-तरह की प्राकृतिक आपदा के चलते हानि उठाने वाले किसानों को बीमा की सहायता राशि के रूप में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है।