यूपी : फिल्म सिटी के लिए सीएम ने तय की 180 दिन की डेडलाइन, हॉलीवुड की तर्ज पर होगी विकसित, जानें क्या होगा खास

प्रजेंटेशन देखते सीएम योगी

Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में फिल्म सिटी (Film City) प्रोजेक्ट से जुड़ी प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) स्वयं इसके प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं।

शुक्रवार, 15 अप्रैल को उन्होंने अफसरों को आदेश देते हुए कहा कि देश और दुनिया की इंफोटेनमेंट इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश की ‘फिल्म सिटी’ की प्रतीक्षा कर रही है। प्रदेश में फ़िल्म सिटी के विकास के लिए आगामी 6 माह में विकासकर्ता का चयन करते हुए अगले 2 वर्ष में सम्पूर्ण भूमि का हस्तांतरण पूरा करने का लक्ष्य रखकर कार्य किया जाए। प्रदेश की फ़िल्म सिटी रोजगार सृजन का बड़ा माध्यम बनेगी।

ऐसे शुरू हुई परिकल्पना

मुख्यमंत्री ने 18 सितंबर 2020 को मेरठ मंडल की समीक्षा के दौरान गौतमबुद्ध नगर में फिल्म सिटी बनाने के लिए प्रस्ताव मांगे थे। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण ने प्रस्ताव दिए। यमुना प्राधिकरण एरिया में 1000 एकड़ जमीन पर फिल्म सिटी बनाने का फैसला हुआ। इसमें 780 एकड़ जमीन औद्योगिक और 220 एकड़ जमीन व्यावसायिक उपयोग की है।

हॉलीवुड की तरह बनेगी

उत्तर प्रदेश में बनने जा रही फिल्म सिटी हॉलीवुड की तरह विकसित की जाएगी। यहां डिजिटल स्टूडियो से लेकर वीएफएक्स स्टूडियो और फिल्म अकादमी बनाई जाएंगी। अमेरिका की सबसे बड़ी कंसल्टिंग फर्म सीबीआरआई एशिया इसके लिए दुनिया भर के फिल्म स्टूडियो और थीम पार्क का अध्ययन कर रही है। इसमें हॉलीवुड और डेविड वॉर्नर ग्रुप की फ़िल्म सिटी भी शामिल हैं। अमेरिका के अलावा चीन और जापान की फ़िल्म सिटी में तकनीक व सुविधाओं का आंकलन कम्पनी करेगी।

12 सेक्टर पर रहेगा खास फोकस

सीबीआरआई कंपनी ने बतौर सलाहकार यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को विचार पत्र दिया है। उसके मुताबिक पहले चरण में 12 क्षेत्रों पर खास फोकस किया जाएगा। इसमें स्टेट ऑफ आर्ट स्टूडियो, आउटडोर सेट और शूटिंग विलेज शामिल हैं। पोस्ट प्रोडक्शन के क्षेत्र में वीएफएक्स स्टूडियो बनाए जाएंगे। एडटिंग स्टूडियो होंगे। म्यूजिक डबिंग स्टूडियो भी विश्वस्तरीय होंगे। फिल्म प्रीमियर और फिल्म फेस्टीवल के लिए विशेष आयोजन स्थल होंगे। फिल्म अकादमी भी इस परिसर में अलग से बनेगी।

नई नीति बने

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन नीति, वेयरहाउसिंग लॉजिस्टिक नीति तथा डिफेंस एवं एयरोस्पेस नीति को अद्यतन किया जाए। यीडा के मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाए। उन्होंने कहा कि जनपद गोरखपुर में गारमेंट और प्लास्टिक पार्क को आगामी दो वर्ष में शुरू किए जाएं। यीडा में टॉय पार्क की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (Ground Breaking Ceremony) अगले 100 दिनों के भीतर कर लिया जाना चाहिए।

Related posts

डीएम ने पिड़रा पुल और गायघाट तटबंध का लिया जायजा : ग्राम चौपाल में ग्रामीणों को दी ये जानकारी

निवर्तमान डीएम अखंड प्रताप सिंह को दी गई भावभीनी विदाई : एसपी संकल्प शर्मा ने कही ये बड़ी बात

दिव्या मित्तल ने देवरिया के 68वें डीएम का पदभार संभाला : जानें नई जिलाधिकारी से जुड़ी हर जानकारी