Deoria News : देवरिया सदर (Deoria Sadar) सीट से भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी (Shalabh Mani Tripathi) ने सोमवार को स्वयं सहित 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के मामले में अपना पक्ष रखा है। सोशल मीडिया पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने खुद को बेकसूर बताया है।
घटना यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान गौरी बाजार (Gauri Bazar) थाना क्षेत्र के करमाजीतपुर गांव की है, जहां भाजपा और समाजवादी पार्टी के समर्थकों में जमकर बवाल हुआ था। भाजपा कार्यकर्ता की शिकायत पर गौरी बाजार पुलिस ने सपा के उम्मीदवार अजय प्रताप सिंह और उनके समर्थकों के खिलाफ पहले ही मामला दर्ज कर लिया था।
भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया
सोशल मीडिया पर अपनी बात रखते हुए शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा, “जज साहब के निर्णय का हृदय से अभिनंदन, उस फ़ैसले के लिए जिसमें मेरे और तमाम भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुक़दमा लिखा गया है। चुनाव के ठीक एक दिन पूर्व हुई उस घटना के लिए जिसमें भाजपा के गौरीबाजार मंडल अध्यक्ष ब्रजेश गुप्ता, कार्यकर्ता साथी रवींद्र प्रजापति, अशोक निषाद, अमन निषाद, अमित गोंड, संजू सैंथवार, सोनू सैंथवार, राजू मल्ल आदि को घेर कर सपा के गुंडों की तरफ़ से उन पर जानलेवा हमला किया गया।”
मौके पर नहीं था
न्होंने आगे लिखा है, “कार्यकर्ता साथियों पर हमले की सूचना मिलते ही हम तमाम भाजपा कार्यकर्ता देवरिया से निकल घटना स्थल पर पहुँचे। वह भी पुलिस अधिकारियों, सैकड़ों कार्यकर्ताओं और मेरे सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में। तब तक समाजवादी पार्टी के सभी हमलावर भाग चुके थे। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने खुद मंडल अध्यक्ष बृजेश जी को मुक्त करा कर घर पहुँचवाया था। इस घटना से जुड़ा बच्चा-बच्चा जानता है कि मैं मौके पर नहीं था।”
100-100 मुकदमे स्वीकार हैं
भाजपा विधायक ने कहा है कि कार्यकर्ताओं पर हमले की सूचना पर तत्कालीन डीजीपी, डीएम और एसपी से बात करते हुए घटनास्थल पर पहुंचा। इस बात का गवाह मेरा सरकारी गनर भी है। इसके बावजूद कोर्ट के निर्णय का सम्मान है। अब इसी घटना में मुझ समेत कई भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश देवरिया के माननीय जज साहब ने दे दिए हैं। मुझे कानून पर पूरा भरोसा है। रही बात मुकदमों की, तो न्याय की किसी भी लड़ाई और भाजपा कार्यकर्ताओं के सम्मान की जंग लिए एक नहीं 100-100 मुकदमे स्वीकार हैं।