New Delhi : झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) आगामी राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार होंगी। भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था, संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनकी उम्मीदवारी की घोषणा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल हुए। राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा गया है।
18 जुलाई को मतदान होगा
मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। विपक्षी उम्मीदवार के रूप में सिन्हा के नाम की घोषणा के बाद अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान होना अब तय माना जा रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है। 29 जून नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है।
जीत पक्की हो जाएगी
बताते चलें कि राष्ट्रपति चुनाव में संख्या बल के आधार पर भाजपा नीत राजग मजबूत स्थिति में है और उसे यदि बीजद या आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस जैसे दलों का समर्थन मिल जाता है, तो उसकी जीत निश्चित हो जाएगी।
ग्राम प्रधान थे
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में बिरंची नारायण टुडू के घर हुआ था। टुडू और उनके दादा दोनों पंचायती राज व्यवस्था के तहत ग्राम प्रधान थे। द्रौपदी मुर्मू ने श्याम चरण मुर्मू से शादी की। उनके दो बेटे थे, दोनों की मृत्यु हो गई। उनकी एक बेटी है।
पार्षद चुनी गईं
मुर्मू ने राज्य की राजनीति में प्रवेश करने से पहले एक शिक्षक के रूप में जीवन की शुरुआत की। मुर्मू 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद के रूप में चुनी गई थीं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
राज्य मंत्री रहीं
ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान वह 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य और परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 6 अगस्त, 2002 से मई 16, 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं।
सर्वश्रेष्ठ विधायक का खिताब मिला
वह साल 2000 – 2004 तक रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहीं। उन्हें 2007 में ओडिशा विधानसभा ने सर्वश्रेष्ठ विधायक के तौर पर नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया था।
पहली महिला राज्यपाल बनीं
वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल थीं। वह भारतीय राज्य में राज्यपाल के रूप में नियुक्त होने वाली ओडिशा की पहली महिला आदिवासी नेता थीं। द्रौपदी मुर्मू भारत के 15वें राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार हैं। अगर वह चुनाव जीतती हैं, तो भारत के राष्ट्रपति के तौर पर पहली बार कोई आदिवासी महिला पद ग्रहण करेगी।