Deoria News : बीते 19 जनवरी की शाम को देवरिया में ज्वेलरी की दुकान पर हुए लूटपाट के मामले में एसओजी और थाना कोतवाली पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने लूटपाट की वारदात का खुलासा करते हुए 3 अभियुक्तों को हिरासत में लिया है। उनसे लूट के सभी 13.5 लाख रुपये के जेवरात, घटना में प्रयुक्त बाइक और असलहा बरामद किया गया है। सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ज्वेलरी कारोबारी ने कर्ज से बचने के लिए अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर अपनी ही दुकान में लूट कराई थी। इसके लिए पूरी योजना बनाई गई। मगर सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग और कॉल रिकॉर्ड से पुलिस को पीड़ित पर संदेह हुआ। इसके बाद एसओजी टीम और कोतवाली पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू की। जिसके बाद आज चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
सीसीटीवी से हुआ संदेह
देवरिया के डीआईजी एसपी श्रीपति मिश्र ने बताया, “19 जनवरी की शाम 6:30 बजे के आसपास पुलिस को सूचना मिली कि यहां स्थानीय गीता ज्वेलर्स के यहां 32 लाख की लूट हो गई है। पुलिस ने तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया। प्राथमिक छानबीन में दो क्लू सामने आए। पहला, घटना के बाद थाने को सूचना देने में करीब 1 घंटे का वक्त लगा। दूसरी जानकारी वीडियो फुटेज से मिली। दुकान में उपलब्ध सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के मुताबिक अभियुक्त जब दुकानदार को पिस्तौल दिखा रहा था, तो पीड़ित सिर नीचे करके मुस्कुरा रहा था। पुलिस को पूरे घटनाक्रम पर संदेह हुआ। ज्वेलरी कारोबारी ने 32 लाख रुपए लूट की शिकायत दर्ज कराई थी।”
पुलिस ने शानदार काम किया
उन्होंने आगे बताया, “जब पुलिस ने इसकी छानबीन की और साइंटिफिक तरीके से निष्कर्ष निकाला, तो यह पता चला कि लूटपाट की वारदात पीड़ित ने खुद कराई थी। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की। उन्होंने कबूल किया कि घटना सही हुई है। साजिशकर्ता ने घटना से पहले 112 को कई दिन डायल किया था। लेकिन वह इसका कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका। पुलिस ने बहुत मेहनत की और इस मामले को हल किया। इसमें एसओजी टीम, क्षेत्राधिकारी नगर और इंस्पेक्टर कोतवाली ने शानदार काम किया। इस गैंग का पर्दाफाश कर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जा रही है।”