बरहज : पीडी तिवारी को टिकट नहीं मिलने से सपा कार्यकर्ता निराश, सोशल मीडिया पर ऐसे जताया विरोध

Purendu Tiwari

Deoria News : देवरिया के बरहज विधानसभा सीट (Barhaj Assembly) से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने पूर्णेंदु तिवारी (पीडी) के बजाय विजय रावत को अपना उम्मीदवार बनाया है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के इस फैसले से स्थानीय सपा कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है।

दरअसल पीडी तिवारी लंबे वक्त से समाजवादी पार्टी के जुझारू नेता रहे हैं। पिछले 5 सालों में उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) के खिलाफ हर मसले पर जमकर मोर्चा खोला। कोरोना वायरस काल में उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के लोगों की सेवा की। ऐसा माना जा रहा था कि पार्टी उन्हें इस सीट से अपना प्रत्याशी बनाएगी और उन्हें विधानसभा जाने का मौका मिलेगा। लेकिन प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पीडी को इस विधानसभा से उम्मीदवारी का मौका नहीं दिया।

हमेशा तैयार रहूंगा

समाजवादी पार्टी की तरफ से जारी सूची के बाद से ही स्थानीय सपा कार्यकर्ता, पदाधिकारी सोशल मीडिया पर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। हालांकि पीडी तिवारी ने कहा है कि अखिलेश यादव का हर निर्णय स्वीकार है। उन्हें उस पर कोई आपत्ति नहीं है। सोशल मीडिया पर पीडी तिवारी ने लिखा है, “सभी समर्थक और साथी फ़ोन करके, एसएमएस व व्हाट्सएप पर निराशा जता रहे हैं। इन पलों में हर उस साथी के जज़्बे को प्रणाम, जो सोशल मीडिया से लेकर फ़ोन पर दुख जता रहे हैं। हम तो छात्र राजनीति से निकले लोग हैं। आपको भरोसा दिलाता हूं कि जिस स्थिति में रहूंगा, आप सभी के हर दुःख-सुख में अपने की तरह समर्पित रहूंगा।”

“चेहरे तो मिल जायेंगे हमसे भी खूबसूरत

पर बात दिल की आएगी तो हार ज़ाओग़े”

लोगों के बीच रहे

दरअसल पीडी तिवारी बरहज विधानसभा क्षेत्र में लंबे समय से जनता की सेवा कर रहे हैं। उनका पार्टी के बड़े नेताओं में नाम है। सपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से उनका बेहद करीबी रिश्ता रहा है। वर्तमान अध्यक्ष अखिलेश यादव के निकटवर्ती लोगों में गिने जाते हैं।

पार्टी ने बदला प्रत्याशी

कोरोना काल में उन्होंने न सिर्फ बरहज, बल्कि देश-विदेश में फंसे यहां के लोगों को वापस बुलाने और उन्हें सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हर संभव प्रयास किया था। लोगों ने उनकी खुले दिल से सराहना की थी। माना जा रहा था कि इस बार विधानसभा चुनाव में उनकी जीत तय है। लेकिन ऐन वक्त पर पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित ना कर सभी को हैरान कर दिया।

जीत पक्की थी

पार्टी के इस फैसले से सबसे ज्यादा निराशा स्थानीय सपा कार्यकर्ताओं में है। उनका कहना है कि पार्टी ने पीडी तिवारी के लंबे संघर्ष की अनदेखी की है। अगर पार्टी उन्हें यहां से टिकट देती, तो उनकी जीत पक्की थी। टिकट नहीं मिलने पर प्रतिक्रिया देते हुए तिवारी ने कहा है कि वह पूरी निष्ठा और लगन के साथ बरहज विधानसभा के लोगों की सेवा, सहायता के लिए समर्पित रहेंगे।

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