-परिवहन निगम की आय बढ़ाने के लिए हर तौर-तरीके अपनाये जाए
-घाटे में चल रहे डिपो की 15 दिन में समीक्षा हो
-अच्छी बसें ही दूसरे राज्यों में भेजी जाएं, इससे विभाग की छवि बदलेगी
-50 प्रतिशत से अधिक लोडफैक्टर पर ही बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाए
-कम आय देने वाले आरएम, एआरएम को तत्काल बदला जाए
बस अड्डे से होकर बस न ले जाने वाले के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए
Uttar Pradesh : घाटे से जूझ रहे उत्तर प्रदेश परिवहन (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation-UPSRTC) को कर्जमुक्त बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई है। हालांकि प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अशोक कटारिया (Ashok Katariya) ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण परिवहन निगम की आय में कमी आयी है। महामारी अब नियंत्रण में है। निगम की आय को बढ़ाने के लिए जितने तौर-तरीके हैं, उनको अपनाया जाएं। उन्होंने कहा कि घाटे में चल रहे डिपो की 15 दिन में समीक्षा होनी चाहिए।
यात्रियों का रोडवेज बसों के प्रति आकर्षण बढ़े, इसलिए बसों एवं बस स्टैण्ड की स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखा जाए। दूसरे राज्यों में जाने वाली बसें अच्छी स्थिति में होनी चाहिए। जिससे यात्रियों को आवागमन में कोई असुविधा न हो और इससे विभाग की छवि भी बदलेगी। परिवहन मंत्री बुधवार को परिवहन निगम के कार्यालय में कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सभी क्षेत्रीय प्रबन्धक, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, सेवा प्रबन्धक को यह निर्देश दिये हैं कि कम से कम 50 प्रतिशत से अधिक लोडफैक्टर पर ही बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाए।
नियमित जांच हो
बसों की साफ-सफाई की जिम्मेदारी चालक को दी जाए। इसके लिए चालकों को अलग से इंसेंटिव देने का भी प्रावधान किया जाए। उन्होंने पायलट प्रोजेक्ट के तौर यह कार्यक्रम तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए। परिवहन मंत्री ने आदेश देते हुए कहा कि अन्य राज्यों में जाने वाली बसों की समय-समय पर चेकिंग दल निरीक्षण करते रहें। निगम के वर्कशाप की लगातार मॉनीटरिंग की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि जो बसें वर्कशाप, कार्यशाला में आ रही हैं, उन्हें समय से ठीक किया जाए।
बस अड्डे के अंदर से जाएं बसें
उन्होंने कहा कि कम आय देने वाले क्षेत्रीय प्रबन्धकों, सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धकों को तत्काल हटाया जाए। लाभ देने वाले क्षेत्रीय प्रबन्धक, सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धकों को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि परिवहन निगम की बसें प्रत्येक दशा में बस अड्डे से ही होकर जायें। ऐसा न करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सूचना क्रांति के दौर में निगम को पीछे नहीं रहना चाहिए। सोशल मीडिया पर लोगों की जिज्ञासाओं का तत्काल समाधान किया जाए। हेल्पलाइन पर आने वाले शिकायतों का त्वरित निस्तारण भी किया जाए।
भूमि खाली कराए विभाग
उन्होंने कहा कि निगम के स्वामित्व वाली भूमि जिस पर अतिक्रमण है, उसको तत्काल मुक्त कराया जाए। जब तक प्रत्येक कार्य की समयावधि निर्धारित नहीं होगी, तब तक परिणाम भी अच्छे नहीं आयेंगे। इसलिए हर कार्य को समयबद्ध पूर्ण किया जाए। बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह, विशेष सचिव परिवहन अखिलेश मिश्रा, परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक नवदीप रिणवा, परिवहन निगम की अपर प्रबन्ध निदेशक सरनीत कौर ब्रोका मौजूद थीं। साथ ही परिवहन निगम के समस्त क्षेत्रीय अधिकारी वीडियो कॉफ्रेन्सिंग के माध्यम से जुड़े रहे।