Deoria News : राज्य मंत्री राजस्व विभाग अनूप प्रधान ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व व चकबंदी विभाग के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने शासन की मंशानुरूप राजस्व वादों के समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के संबन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मनानीय राज्य मंत्री ने कहा कि योगी सरकार गरीबों और असहायों के साथ खड़ी है। भू-माफियाओं को चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
राज्य मंत्री ने राजस्व न्यायालयों में लंबित वादों की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राजस्व संहिता द्वारा निर्धारित समयावधि में वादों का निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने धारा 24 से जुड़े प्रकरणों में सीमांकन कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी पक्षकारों की आपत्तियों को सुनने के पश्चात करने का निर्देश दिया। धारा 67 के तहत आने वाले प्रकरणों पर प्राथमिकता के साथ कार्रवाई की जाए, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि कार्रवाई करते समय किसी गरीब असहाय व्यक्ति का अस्थायी घर न उजड़े। राजस्वकर्मी किसी भी तरह की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण न होने दें और ऐसा करने वाले भू माफियाओं चिन्हित कर सख्ती से निपटे। उनके विरुद्ध बेदखली की कार्रवाई कर उनसे अधिकतम जुर्माना भी वसूले।
उन्होंने तहसीलवार मुक्त कराई गई भूमि का ब्यौरा भी तलब किया। राज्यमंत्री ने कहा कि धारा 80 के तहत आने वाले वादों का निस्तारण 45 दिन के भीतर अनिवार्य रूप से किया जाए। धारा 34 और 116 से संबंधित लंबित प्रकरणों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राजस्व वादों के निर्धारित अवधि से अधिक समय तक चलने से लोगों को असुविधा होती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्व वादों के समयबद्ध निस्तारण के लिए विशेष पहल की है। अधिकारी शासन की मंशानुरूप जनहित में कार्य करें या कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
चकबंदी विभाग की समीक्षा में बताया गया कि वर्तमान समय में कुल 81 गांव चकबंदी विभाग के अंतर्गत अधिसूचित हैं। गत वर्ष तक 78 ग्राम अधिसूचित थे तथा इस वर्ष 3 नए ग्राम अधिसूचित किये गए हैं। राज्यमंत्री ने सभी अधिसूचित ग्रामों में चकबन्दी का कार्य निर्धारित 5 वर्ष की अवधि में पूर्ण करने का निर्देश दिया। राज्य मंत्री ने निवास, आय एवं जाति प्रमाण पत्र से संबंधित प्रकरणों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि निवास, आय एवं जाति प्रमाणपत्र निर्गत करने में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आईजीआरएस की समीक्षा में उन्होंने निर्देश दिया कि शिकायतकर्ता को संतुष्ट करने का प्रयास किया जाए।
राज्य मंत्री ने कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण संबंधी कार्य संपन्न होने के पश्चात ऐसे लेखपालों को चिन्हित कर स्थानांतरित किया जाये जो किसी हलका विशेष में गत तीन वर्ष एवं तहसील में दस वर्ष से अधिक समय से तैनात हैं।
जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने माननीय राज्य मंत्री को उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन करने के लिए आश्वस्त किया। इससे पूर्व कलेक्ट्रेट आगमन पर जिलाधिकारी ने राज्यमंत्री का स्वागत पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर किया।
समीक्षा बैठक में एडीएम वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार राय, एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, मुख्य राजस्व अधिकारी रजनीश राय, एसडीएम सदर विपिन द्विवेदी, एसडीएम बरहज अवधेश निगम, एसडीएम रुद्रपुर रत्नेश तिवारी सहित राजस्व विभाग के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।