Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश विधान सभा में शुक्रवार को ई-विधान व्यवस्था एवं 18वीं विधान सभा के नवनिर्वाचित सदस्यों के प्रबोधन कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। इस मौके पर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla), यूपी विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना (Satish Mahana), सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सदन को संबोधित किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला का स्वागत किया। उन्होंने विधान सभा अध्यक्ष को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इण्डिया कार्यक्रम को ‘वन नेशन-वन एप्लीकेशन’ के माध्यम से चरितार्थ करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि पीएम ने डिजिटल इण्डिया के माध्यम से शासन की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने पर जोर दिया है। राज्य सरकार द्वारा विगत 05 वर्ष में समाज के अन्तिम पायदान तक के लोगों को शासन की योजनाओं से जोड़ने का कार्य किया गया। डीबीटी के माध्यम से शासन की योजनाओं को अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचाने के उत्साहवर्धक परिणाम आये हैं।
मिलकर कार्य कर पाएंगे
सीएम ने कहा कि विधान सभा के निर्वाचित सदस्य प्रदेश की लगभग 25 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। शासन की योजनाओं को बनाने तथा जनता तक पहुंचाने में इनकी बड़ी भूमिका है। उन्होंने प्रदेश विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष का कार्यक्रम में सम्मिलित होने तथा ई-विधान लागू करने के लिए शुभेच्छा व्यक्त करने हेतु धन्यवाद देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि इस तकनीक की मदद से प्रदेश की 25 करोड़ जनता के हितों के लिए मिलकर कार्य कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष के आलोचनात्मक प्रश्न शासन को जनता के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य करने में मदद करते हैं। सत्ता पक्ष व प्रतिपक्ष प्रतिबद्ध होकर जनता के लिए कार्य करें, तो बहुत सी समस्याओं का समाधान होता है।
प्रक्रिया में सम्मिलित हुए
सीएम योगी ने कहा कि लोक सभा अध्यक्ष जनवरी, 2020 में संसदीय लोकतंत्र को सुदृढ़ करने के सम्बन्ध में तमाम विधान मण्डलों से जुड़े पदाधिकारियों के सम्मेलन को सम्बोधित करने इस सदन में आए थे। 17वीं विधान सभा इस दृष्टि से अत्यन्त समृद्धशाली थी। यद्यपि उस दौरान 02 वर्ष कोरोना कालखण्ड की चुनौती में गुजरे, किन्तु उस दौरान भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सत्र बाधित नहीं होने दिया गया। सदन के वरिष्ठ सदस्य वर्चुअली जुड़कर प्रक्रिया में सम्मिलित हुए।
अनेक कार्यक्रम हुए हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश विधान सभा में विगत 5 वर्षों में अनेक कार्यक्रम हुए हैं। 02 वर्ष पूर्व पेपरलेस बजट प्रस्तुत किया गया था। आज नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन का सपना साकार हुआ है। इससे सदस्यों के लिए कार्य करना सरल और सहज होगा। अब उन्हें बड़ा बैग लेकर विधान सभा नहीं आना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि तकनीक प्रदर्शन की वस्तु नहीं है। आम जनता के लिए इसे उपयोगी बनाने के लिए प्रशिक्षित होकर सकारात्मक रूप से उपयोग करने की जरूरत है।
अंगीकार करना चाहिए
उन्होंने कहा कि विधान सभा में 128 नये सदस्य निर्वाचित होकर आये हैं। तकनीक से भागना नहीं, उसे अंगीकार करना चाहिए। साथ ही, तकनीक का पिछलग्गू भी नहीं बनना है। क्षेत्र की जनता से बेहतर संवाद के लिए फील्ड विजिट जरूरी है। उन्होंने कहा कि सदस्यगण अपनी सुविधा, प्रदेश के विकास तथा राज्य की 25 करोड़ जनता के कल्याण के लिए तकनीक का अधिकाधिक उपयोग करेंगे, तो प्रदेश की सम्भावनाएं मूर्तरूप लेंगी। प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप हम सभी देश की अर्थव्यवस्था में राज्य की भूमिका महत्वपूर्ण बनाने में सफल होंगे।
उदाहरण प्रस्तुत करती हैं
उन्होंने कहा कि संसद संसदीय लोकतंत्र की दृष्टि से एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करती हैं। लोक सभा की कार्यपद्धति का अधिकाधिक उपयोग करके 18वीं विधान सभा में प्रश्नकाल और अधिक समृद्ध, चर्चा परिचर्चा को बेहतर बनाने तथा नये सदस्यों को अपनी बात रखने का अधिक अवसर देकर स्वस्थ संसदीय प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का कार्य किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 17वीं विधान सभा में सस्टेनेबल डेवलपमेण्ट गोल पर 36 घण्टे निरन्तर चर्चा की गयी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती कार्यक्रम पर विधान मण्डल का विशेष सत्र आहूत किया गया। यह कार्यक्रम स्वस्थ संसदीय प्रणाली को व्यक्त करने का माध्यम था।
अमर सेनानियों का स्वप्न साकार होगा
सीएम ने कहा कि आज हम देश और दुनिया की सबसे बड़ी विधान सभा को ई-विधान के रूप में परिवर्तित कर रहे हैं। यह आजादी का अमृत महोत्सव का वर्ष भी है। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण करना आत्मावलोकन का अवसर दे रहा है। साथ ही, आगामी 25 वर्ष, जिसे प्रधानमंत्री ने अमृतकाल कहा है, के लिए एक व्यापक कार्ययोजना लेकर चलना है। इस अमृतकाल में समाज के हर तबके के व्यक्ति सांसद, विधायक, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत के सदस्य, जिला पंचायत के सदस्य व चेयरमैन, नगर निकायों के पार्षद व चेयरमैन, महापौर, आम नागरिक, किसान, नौजवान, महिला सभी को अपने-अपने क्षेत्र में समृद्धि और सुशासन के लिए कार्य करने की जरूरत है, जिससे आजादी के अमर सेनानियों का स्वप्न साकार हो सके।
नेतृत्व करेगा देश
उन्होंने कहा कि 25 वर्ष की इस कार्ययोजना को लेकर आगे बढ़ने से अमृतकाल का उपयोग प्रधानमंत्री की ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के साथ ही भारत को दुनिया के अन्दर नेतृत्वकर्ता देश के रूप में स्थापित किया जा सकेगा।
अखिलेश यादव ने किया संबोधित
कार्यक्रम को नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने नेवा (नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन) के लिए विधान सभा अध्यक्ष के प्रति आभार जताया तथा इसमें सहयोग के लिए राज्य सरकार को बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान एनआईसी द्वारा नेवा (नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन) की कार्य प्रणाली पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम के अन्त में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।