Ground Report : कृषि मंत्री के विधानसभा क्षेत्र पथरदेवा में नहीं हो रही धान की खरीद, पहाड़पुर क्रय केंद्र पर लगा ताला

-साधन सहकारी समिति में 1 हफ्ते बीतने के बाद तक एक छटाक धान की खरीदारी नहीं हुई है
-सीएम योगी ने आदेश देते हुए कहा था कि राज्य में सारी तैयारियां पूरी कर 1 नवंबर से धान खरीद शुरू किया जाए
-देवरिया के ज्यादातर केंद्रों का यही हाल है

Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Surya Pratap Shahi) के अपने विधानसभा क्षेत्र पथरदेवा (Pathardewa) में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के आदेशों की खुलकर अवहेलना हो रही है। सीएम के आदेश के मुताबिक 1 नवंबर से पूर्वी उत्तर प्रदेश में धान की खरीद का अभियान शुरू हुआ है। लेकिन पथरदेवा विधानसभा क्षेत्र के पहाड़पुर में स्थित साधन सहकारी समिति में 1 हफ्ते बीतने के बाद तक एक छटाक धान की खरीदारी नहीं हुई है। केंद्र प्रभारी ने इसके लिए अनेकानेक वजहें गिनायीं। बड़ा सवाल यह है कि शासन-प्रशासन और पीसीएफ की कमजोरी का खामियाजा किसान को क्यों चुकाना पड़े?

तैयारियां अधूरी हैं
बीते दिनों सीएम योगी ने आदेश देते हुए कहा था कि राज्य में सारी तैयारियां पूरी कर 1 नवंबर से धान खरीद शुरू किया जाए। इसके लिए सभी विभाग आपसी सामंजस्य बनाएं। मगर यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के गृह जनपद देवरिया में अधूरी तैयारियों के साथ खरीदारी शुरू हुई। जिले के बैतालपुर ब्लॉक के पहाड़पुर में स्थित साधन सहकारी समिति लिमिटेड में एक हफ्ते बाद तक खरीद शुरू नहीं हुई है। समिति पर ताला लगा है। इस वजह से सोहसा न्याय पंचायत के कई गांवों के हजारों किसान फसल बेचने के लिए परेशान हैं।

सीएम ने दिया था आदेश
मुख्यमंत्री योगी ने सभी समस्याओं को हल कराते हुए प्रदेश के 4500 केंद्रों पर खरीद करने का आदेश पिछले हफ्ते ही जारी किया था। उन्होंने कहा था कि पिछले साल धान की खरीद के लिए बनाए गए सभी केंद्रों को इस साल भी चालू किया जाए और युद्धस्तर पर फसल की खरीद की जाए। उसमें कोई अड़चन नहीं आनी चाहिए। सीएम ने अफसरों से रिपोर्ट साझा करने के लिए भी कहा था।

अगले हफ्ते होगा फैसला
पीसीएफ द्वारा संचालित साधन सहकारी समिति पहाड़पुर के केंद्र प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बताया, फिलहाल हड़ताल चल रहा है। मिलर से कोई समझौता नहीं हो पाया है। इसलिए धान खरीद के बाद भंडारण की समस्या आयेगी। अगले हफ्ते मिलर के साथ बैठक के बाद कोई फैसला होगा। उसके बाद ही खरीद की प्रक्रिया शुरू होगी। अब तक इस केंद्र पर खरीद की प्रक्रिया आरम्भ तक नहीं हुई है। हालांकि दीपावली की वजह से छुट्टियां भी थीं।

केंद्र प्रभारी से संपर्क करें
जनपद स्तरीय अधिकारी डीपी सिंह ने फोन पर बताया, धान खरीद के लिए किसान केंद्र प्रभारी से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा अपने नजदीकी दूसरे केंद्रों पर भी धान बेच सकते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जब बैतालपुर ब्लॉक समेत पूरे जिले के केंद्रों पर क्रय नहीं हो रहा, तो किसान अपनी फसल बेचने कहां जाएंगे? आखिर जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी कब निभाएंगे?

किसान क्यों भुगते
पहाड़पुर के ही 1 किसान ने बताया, हम मुख्यमंत्री के आदेश के मुताबिक 1 नवंबर से फसल बेचने की तैयारी में थे। फसल कट चुकी है, लेकिन अब तक धान की खरीद शुरू नहीं हुई है। इस वजह से धान मजबूरन औने-पौने दाम में व्यापारियों को बेचना पड़ेगा। क्योंकि सरकार की तरफ से क्रय की प्रक्रिया कब शुरू होगी, अभी यह तय नहीं है। ऐसे में हमारे पास लंबे इंतजार के लिए समय नहीं है। सोहसा गांव के 1 किसान ने कहा, विभागों की लापरवाही और शासन-प्रशासन की उदासी का नतीजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। धान कट चुकी है मगर सरकारी केंद्रों पर बेचना मुश्किल लग रहा है।

प्रदेश में क्या हाल होगा
जानकारी के मुताबिक देवरिया के ज्यादातर केंद्रों का यही हाल है। सचिव और केंद्र प्रभारी हड़ताल पर हैं। मिलर से सामंजस्य नहीं बैठ पा रहा। अगले हफ्ते मिलर के साथ वार्ता होनी है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो उसके बाद खरीद की प्रक्रिया शुरू होगी। ऐसे में सरकार को उच्च दरों पर धान बेचने के इच्छुक किसानों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। परेशान लोगों का यह भी कहना है कि जब कृषि मंत्री के अपने विधानसभा क्षेत्र और गृह जनपद में धान की खरीद की प्रक्रिया सुचारू रूप से नहीं चल पा रही, तो पूरे प्रदेश में क्या हाल होंगे!

Related posts

देवरिया में आदर्श आचार संहिता प्रभावी : 1 जून को होगा मतदान, डीएम एपी सिंह ने दिए सख्ती के आदेश

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सलेमपुर में बस स्टेशन का किया भूमिपूजन : कही ये बड़ी बात, सांसद-विधायक ने दी लोगों को ये सौगात

गड़ेर में हुई मखाना की रोपाई : मखाना उत्पादक क्षेत्र बना देवरिया, जिलाधिकारी की पहल पर शुरू हुआ अभियान