Deoria News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के डिजिटल इंडिया अभियान (Digital India Mission) को युद्ध स्तर पर आगे बढ़ा रहे हैं। लेकिन देवरिया प्रशासन सीएम की इस मुहिम में कदम से कदम नहीं मिला पा रहा। आलम यह है कि पिछले साल जनवरी, 2021 में जिले में 2 नए थानों महुआडीह और बरियारपुर का शुभारंभ हुआ था। लेकिन अब तक इन दोनों थानों की जानकारी देवरिया प्रशासन, न्यायपालिका और उत्तर प्रदेश पुलिस की अधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं हो सकी है।
नए थानों के शुभारंभ के बाद देवरिया में महिला थाना को मिलाकर कुल 21 पुलिस थाने हैं। मगर जिला प्रशासन के मुताबिक सिर्फ 19 थाने ही मौजूद हैं। बड़ी बात यह है कि सोशल मीडिया पर समय बिताने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस अपने ऑनलाइन रिकॉर्ड में महुआडीह और बरियारपुर थानों को अपडेट नहीं कर सकी है। जबकि 1 साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। इस वजह से अगर कोई नागरिक इन दोनों थानों की जानकारी आधिकारिक वेबसाइट से जुटाना चाहे, तो उसे निराशा हाथ लगेगी।
कृषि मंत्री ने किया था शुभारंभ
बताते चलें कि पिछले साल 3 जनवरी, 2021 को महुआडीह थाने का औपचारिक शुभारंभ विधिवत मंत्रोच्चार एवं पूजा-अर्चना के साथ कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किया था। उन्होंने कहा था कि कानून व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा के साथ-साथ अपराध पर प्रभावी नियंत्रण बनाये रखने के लिये नवसृजित थाने का गठन किया गया है।
74 गांव हैं
पुलिस अधीक्षक डॉ. श्रीपति मिश्र ने कहा था कि इस थाने में रामपुर कारखाना के 64, गौरी बाजार थाना क्षेत्र के 10 गांव सहित कुल 74 गांव शामिल किए गए हैं। कृषि मंत्री और जिलाधिकारी के सहयोग से प्रस्ताव के दो माह के अंदर ही नये थाने का सृजन हो गया। तहसीलदार के प्रयास से बेलवां गांव में जमीन उपलब्ध हुई है। इसमें एक तरफ थाना भवन तथा दूसरी तरफ वाहनों के लिए यार्ड बनाया जाना है।
2017 में भेजा प्रस्ताव
साल 2017 में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राकेश शंकर ने जिले में सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के बरियारपुर व रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के महुआडीह में नए थाने की मंजूरी के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा था। इसी पर दो साल अमल हुआ था। शासन ने सदर कोतवाली के बरियापुर में थाना निर्माण के लिए पुलिस विभाग को भूमि उपलब्ध करी दी थी। पिछले साल जनवरी में ही इस थाने का शुभारंभ किया गया था। सदर कोतवाली का क्षेत्रफल भी बड़ा है। बरियारपुर थाना बनने से पहले इस क्षेत्र में प्रत्येक साल 150 से 170 संज्ञेय अपराध होते हैं। अपराध होने पर देवरिया से पुलिस जाती थी।