मोहन सिंह सेतु : 8 साल में सिर्फ 68 फीसदी तैयार हुआ पुल, 4 साल थी डेडलाइन

Social Media | मोहन सिंह सेतु का काम 8 साल से अटका है

Deoria News : देवरिया को मऊ से जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित मोहन सिंह सेतु (Mohan Singh Setu) के निर्माण को शुरू हुए 8 साल पूरे हो गए हैं। लेकिन अब तक यह पुल तैयार नहीं हो सका है। जबकि इसे 4 साल में बनाने का लक्ष्य रखा गया था। जानकारी के मुताबिक संशोधित बजट के इंतजार में काम ठप पड़ा है।

जानकारी के मुताबिक काम बाधित और धीमी गति से होने के चलते इसमें 39 खंभों में से केवल 11 का ही निर्माण हो पाया है। इस वजह से परियोजना के पूरे होने में कुछ सालों का समय और लगेगा। लेकिन इसके तैयार नहीं होने का खामियाजा आम मुसाफिरों को भुगतना पड़ रहा है। क्योंकि इसके तैयार होने से देवरिया से मऊ के बीच की दूरी सिमट जाएगी। इससे न सिर्फ सफर में कम समय लगेगा, बल्कि ईंधन की बचत होगी। प्रदूषण भी कम होगा।

2014 में शुरू हुआ काम

बताते चलें कि 27 फरवरी 2014 को स्वीकृति मिलने के बाद पुल का निर्माण कार्य शुरू कराया गया। इस प्रोजेक्ट पर 9557.38 लाख की लागत का आकलन किया गया था। इस पुल को 39 खंभों पर करीब 1200.08 मीटर लंबा, 7.5 मीटर चौड़ा और 11.33 मीटर ऊंचा बनाया जाना है। जानकारी के मुताबिक 11 खंभों पर छत, जबकि शेष खंभों पर कार्य होना है।

68 फीसदी काम पूरा हुआ

निगम ने शासन को भेजी गई कार्य प्रगति रिपोर्ट में बताया है कि मोहन सिंह सेतु निर्माण में अब तक करीब 68 प्रतिशत कार्य पूरा हो पाया है। धीमी गति से काम होने की वजह से पुल का निर्माण पूरा नहीं हुआ। जबकि बजट भी बढ़ गया है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कद्दावर नेता रहे मोहन सिंह के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव अंत्येष्टि में आए थे। तब उन्होंने लोगों की मांग पर पुल निर्माण कराने का आश्वासन दिया था।

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