Deoria News : जनपद के चिकित्सकों की एक बैठक देवरिया के जिला पंचायत कार्यालय परिसर में सोमवार को हुई। इसमें जनपद में गैर-पंजीकृत डॉक्टरों और आम जनमानस को इनसे बचाने की योजना बनी।
बैठक को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ डीके चौरसिया ने कहा जिले में पंजीकृत बीएएमएस डॉक्टरों की संख्या हमारे कार्यालय के अनुसार 253 है। जबकि ऐसा संज्ञान में आया है कि बीएएमएस लिखने वाले डॉक्टरों की संख्या पंजीकृत चिकित्सकों की संख्या से बहुत अधिक है।
इसलिए जिलाधिकारी के निर्देशानुसार पंजीकृत डॉक्टरों की सूची बनाकर जिलाधिकारी कार्यालय (DM Office Deoria) एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी देवरिया कार्यालय (CMO Office Deoria) को भेज दी गई है। उन्होंने सभी आम जनमानस से आग्रह किया कि लोग अपना इलाज पंजीकृत चिकित्सकों से ही कराएं और लोगों को भी जागरूक करें।
बैठक में मुख्य रूप से आरोग्य भारती के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉक्टर अजीत नारायण मिश्र, डॉक्टर जफर अनीस, डॉ संजय कुमार, डॉ केके सिंह, संजय कुमार पांडे, सफीक अहमद, विजय कुमार आदि उपस्थित रहे।
दरअसल देवरिया में गैर-पंजीकृत डॉक्टर, क्लिनिक और अस्पतालों का खुला खेल चल रहा है। जनपद में केवल 139 क्लिनिक तथा 47 पैथोलॉजी का पंजीकरण ही सीएमओ कार्यालय में हुआ है। जबकि जिले में निजी तौर पर प्रेक्टिस कर रहे एवं क्लिनिक तथा संचालित की जा रही पैथोलॉजी की संख्या प्रथमदृष्टया इससे कहीं अधिक है। जिलाधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि बिना सीएमओ कार्यालय में पंजीकरण कराये क्लिनिक/अस्पताल एवं पैथोलॉजी का संचालन करने वालों के विरुद्ध बड़े स्तर पर अभियान चलाया जाएगा।
डीएम जेपी सिंह ने जनपद के समस्त एलोपैथिक एलोपैथिक डॉक्टरों से सीएमओ कार्यालय में अपना पंजीकरण कराने का अनुरोध किया है। वर्तमान में कुल 139 चिकित्सकों ने ही जनपद में मेडिकल प्रैक्टिस करने के लिए पंजीकरण कराया है, जबकि जनपद की सीमा में क्लिनिक का संचालन करने के लिए सीएमओ कार्यालय में पंजीकरण कराना अनिवार्य है।