Deoria News : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (Jitendra Pratap Singh IAS Deoria) ने जनपद स्तर पर निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल से संबंधित विभिन्न कार्यकलापों के सघन मॉनिटरिंग के लिए जनपद में स्थापित मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में जनपदीय पीएमयू (Project Monitoring Unit) की स्थापना की है। इस यूनिट का समय पूर्वान्ह्न 10 बजे से सायं 05 बजे तक निर्धारित किया गया है।
निवासी मोबाइल नंबर 9628175842, 9415749430 एवं ई-मेल आईडी पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने यूनिट के नोडल व प्रभारी के रुप में अधिकारियों/ कर्मचारियों को नामित किया है तथा यह भी अवगत कराया है कि निराश्रित गोवंश से संबंधित किसी भी समस्या के निस्तारण के लिए इस यूनिट के नोडल अधिकारी तथा पशु चिकित्सा अधिकारी गौरी बाजार डॉ सतीश कुमार के मोबाइल नम्बर 9628175842 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट में नामित प्रभारी अधिकारियों/ कर्मचारियों के विवरण में उन्होंने बताया है कि कनिष्ठ लिपिक कार्यालय मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी पुनीत कुमार, पशुधन प्रसार अधिकारी मुण्डेराचन्द अभिषेक कुमार यादव तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर विवेक यादव को नामित किया गया है।
जिलाधिकारी जेपी सिंह ने समस्त गौ आश्रय स्थलों में गोबर एवं उसके उपयोग का अभिलेखीकरण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि विभिन्न गोशालाओं में गोबर के कंडे बनाये जाते हैं। कंपोस्ट खाद, अगरबत्ती आदि के लिए भी गोबर का प्रयोग किया जा रहा है। ऐसे में इसका अभिलेखीकरण करना अत्यंत आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने सहभागिता योजना के प्रचार प्रसार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को गो-वंशों को गोद लेने के लिए जागरूक किया जाए। जनपद में सहभागिता योजना का लक्ष्य 770 है, जिसके सापेक्ष 562 का चयन किया गया तथा वर्तमान में 201 गोवंशों को भरण पोषण के लिए प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।
जिलाधिकारी ने मुख्य राजस्व अधिकारी को निर्देशित किया कि एक एकड़ से अधिक की गोचर भूमि की सूची एनआईसी से प्राप्त कर हरा चारा उगाया जाए। उन्होंने जनपद में गो-अभ्यारण्य स्थापित करने के लिए भूमि तलाशने का निर्देश दिया। गो-अभ्यारण्य की स्थापना के लिए 40-50 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि अगले 5 साल के मद्देनजर तात्कालिक एवं दीर्घकालिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए गौशाला के लिए योजना बनाई जाए।